कुमार विश्वास के झगड़े की वजह कहीं राज्यसभा की सदस्यता तो नहीं है। अचानक विश्वास के तेवर बदलने को लेकर पार्टी में कई तरह की चर्चाएं हैं। पंजाब व गोवा के बाद निगम चुनावों को लेकर जिस तरह आप में उठापटक हुई है, उसकी वजह आप में पार्टी नेताओं द्वारा जगह बनाना और राज्यसभा की दावेदारी मजबूत करना माना जा रहा है।
आम आदमी पार्टी में चल रहा झगड़ा बुधवार को समाप्त हो गया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पीएसी की बैठक में विधायक अमानतुल्लाह खान को पार्टी से सस्पेंड करने का फैसला लिया गया। अमानतुल्लाह ने कुमार विश्वास पर भाजपा एजेंट होने का आरोप लगाया था। बैठक में कुमार विश्वास को राजस्थान का प्रभारी नियुक्त किया गया है। इससे पहले राजस्थान के प्रभारी मनीष सिसोदिया थे। विश्वास को राजस्थान के चुनाव में पार्टी को खड़ा करने की जिम्मेदारी दी गई है।
निगम में हार के बाद दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने इस्तीफा दे दिया था। हाईकमान ने अब उनका इस्तीफा नामंजूर कर उन्हें अपने तरीके से संगठन चलाने का अधिकार दे दिया है।
आम आदमी पार्टी में अंदरूनी लड़ाई अब खुलकर सामने आती जा रही है। आप के कुमार विश्वास ने साफ कहा है कि वो किसी से माफी नहीं मांगेंगे। विश्वास ने कहा कि सोच समझकर आज रात बड़ा निर्णय लूंगा। जल्द ही आप सबको यह बता दूंगा।
एमसीडी चुनाव में हार के बाद आम आदमी पार्टी के दिल्ली संगठन में भारी फेरबदल हो सकता है। राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने विधायकों के साथ संगठन में बदलाव पर बातचीत की है। मंगलवार को दिल्ली के जिला प्रभारी और पदाधिकारियों के साथ केजरीवाल बैठक करेंगे।
दिल्ली नगर निगम चुनावों में भाजपा का परचम लहराया है। दिल्ली के तीनों नगर निगमों में भाजपा को दो तिहाई बहुमत मिल गया है। आप की करारी हार हुई है, जबकि शुरू में दूसरे नंबर पर दिख रही कांग्रेस अंत में तीसरे नंबर पर आई है।
लोकपाल आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल के गुरु रहे अन्ना हजारे ने कहा कि अब आप से लोगों का भरोसा उठ गया है। अरविंद केजरीवाल की कथनी-करनी में फर्क आ गया है। उनकी सत्ता की भूख ही आप को ले डूबी।
बेशक दिल्ली नगर निगम चुनावों में एग्जिट पोल में भाजपा जीत रही हो लेकिन बुधवार 26 अप्रैल को मतगणना के बाद साफ हो जाएगा कि किसकी किस्मत का पिटारा खुलेगा और किसका बंद होगा।