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Search Result : "धार्मिक स्वतंत्रता"

पखवाड़े में दूसरी बार राष्‍ट्रपति ने असहिष्‍णुता पर जताई चिंता

पखवाड़े में दूसरी बार राष्‍ट्रपति ने असहिष्‍णुता पर जताई चिंता

राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस बात की गंभीर आशंका जताई कि देश में सहिष्णुता और असहमति को स्वीकार करने की प्रवृत्ति समाप्त हो रही है। पिछले पंद्रह दिनों के अंदर यह दूसरा मौका है जब राष्‍ट्रपति ने सहिष्‍णुता और बहुलता पर जोर दिया है। उन्‍होंने कहा कि आत्मसात करना भारतीय समाज की विशेषता है। हमारी सामूहिक क्षमता का उपयोग समाज में बुरी ताकतों के खिलाफ संघर्ष में किया जाना चाहिए। दुर्गा पूजा समारोहों की पूर्व संध्या पर राष्‍ट्रप‍ति ने उम्मीद जताई कि सभी सकारात्मक ताकतों के समागम वाली महामाया असुरों और विभाजनकारी ताकतों का नाश कर देंगी।
पंजाब: धर्म ग्रंथ के अपमान पर फरीदकोट में हिंसा, 15 घायल

पंजाब: धर्म ग्रंथ के अपमान पर फरीदकोट में हिंसा, 15 घायल

पंजबा के फरीदकोट में पवित्र किताब के कथित अपमान से नाराज सिख प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच टकराव में आज 8 पुलिसकर्मियों सहित 15 लोग घायल हो गए। प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर जमकर पथराव किया जबकि पुलिस ने आंसू गैस के गोले और पानी की बौछारों से बेकाबू भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया।
कुलकर्णी पर स्याही फेंकने वालों को उद्धव ठाकरे ने दी शाबाशी

कुलकर्णी पर स्याही फेंकने वालों को उद्धव ठाकरे ने दी शाबाशी

भाजपा के पूर्व नेता सुधींद्र कुलकर्णी के चेहरे पर सोमवार को कालिख पोतने वाले शिवसेना कार्यकर्ताओं को उद्धव ठाकरे ने घर बुलाकर शाबाशी दी है।
आहार और विचार पर प्रतिबंध के बीच पिसती आजादी

आहार और विचार पर प्रतिबंध के बीच पिसती आजादी

असहिष्‍णुता, सामाजिक जीवन के किसी एक क्षेत्र में एकांत में ही नहीं फलती-फूलती बल्कि जीवन के विभिन्‍न क्षेत्रों में समांतर रूप से फैलती है। महाराष्‍ट्र में सत्‍ता में बैठी भाजपा के बहुमत वाली सरकार ने कुछ महीनों पहले बीफ बेचने और खाने पर प्रतिबंध लगाया था। इस फैसले ने मीट उद्योग से जुड़े कामगारों के सामने रोजगार का संकट पैदा कर दिया। मुंबई के सबसे बड़े देवनार बूचड़खाने के कामगार बेरोजगारी की मार से छटपटा रहे हैं।
पांच बच्चे हैं? शिवसेना देगी दो लाख रुपये

पांच बच्चे हैं? शिवसेना देगी दो लाख रुपये

ऐसा लगता है कि हिंदूवादी शक्तियों ने धार्मिक जनगणना के आंकड़ों को भुनाना शुरू कर दिया है। तभी तो शिवसेना की आगरा इकाई ने उन हिंदू परिवारों को दो लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है जिनके परिवार में पांच बच्चे होंगे।
मिथक झुठलाते जनगणना के धार्मिक आंकड़े

मिथक झुठलाते जनगणना के धार्मिक आंकड़े

पिछले साल भारतीय जनता पार्टी केंद्र में सत्ता में क्या आई 1990 के दशक के मजहबी और जातिगत टकराव के गड़े मुर्दे मानो फिर से उखाड़े जाने लगे। एक तरफ जनगणना में धार्मिक समुदायों की जनसंख्या वृद्धि के चुनिंदा आंकड़े पूर्वाग्रह के रंग में रंगकर धीरे-धीरे सामाजिक और मुख्यधारा मीडिया में टपकाए जाने लगे और दूसरी ओर सत्तारूढ़ दल और उसके परिवार के तरह-तरह के गेरुआधारी ‘पूतों फलों’ और ‘घर वापसी’ के भड़काऊ भाषणों के जरिये बहुसंख्यक समुदाय का भयादोहन कर अल्पसंख्यकों के विरुद्ध उन्माद पैदा करने की कोशिश करने लगे। नतीजतन देश में कई जगह अल्प तीव्रता वाले सांप्रदायिक उपद्रव होने लग गए, खासकर उन राज्यों में जहां विपक्ष की सरकारें थीं और आगे चुनाव होने थे।
बैंकाक बम धमाके में 27 लोगों की मौत, 117 घायल

बैंकाक बम धमाके में 27 लोगों की मौत, 117 घायल

थाईलैंड की राजधानी सेंट्रल बैंकाक में बम धमाके से 27 लोगों की मौत हो गई जबकि 117 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। धमाके के बाद पूरे थाइलैंड में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। यह धमाका एक धार्मिक स्‍थल के पास हुआ। थाइलैंड के पुलिस प्रमुख ने बताया कि यह बम धमाका था। जांच के बाद ही अन्य तथ्यों का खुलासा हो सकेगा।
पुराने वादे भूले मोदी, जादू हुआ कम

पुराने वादे भूले मोदी, जादू हुआ कम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिले के प्राचीर से जब अपना दूसरा भाषण दे रहे थे तो वह जोश नजर नही आ रहा था जो एक साल पहले था। नरेंद्र मोदी के आज के भाषण में जो नई घोषणाएं थी उसको लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर साल 2014 में 15 अगस्त को जो वादा किया था उसका क्या हुआ।
आजादी विशेष | विचारों की स्वतंत्रता पर बंदिश की भाषा

आजादी विशेष | विचारों की स्वतंत्रता पर बंदिश की भाषा

राजनीतिक-आर्थिक-सामाजिक सत्ता क्रम को नियंत्रित करने वाले वर्गों, समूहों, समुदायों और संस्थाओं के इस्तेमाल की भाषा में उनके वर्चस्ववादी पूर्वग्रहों के शब्द-संकेत देखे और व्याख्यायित किए जा सकते हैं। भारत की आजादी के 68 वर्ष बीतने पर हमारे राजनीतिक और सुरक्षा प्रतिष्ठानों के चालू विमर्श में हम ऐसे दो चलताऊ जुमलों की निशानदेही करना चाहेंगे जिनके निहितार्थ हमारी स्वतंत्रता सीमित करने के संदर्भ में गंभीर हैं।
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