बिहार की राजनीति में मचे भारी उलटफेर के बीच नीतीश कुमार की एनडीए में घर वापसी लगभग तय हो गई है। बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा नीतीश कुमार को समर्थन देगी और दोनों दल के नेता नीतीश को नेता चुनेंगे
सीएम नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को पटना में एक कार्यक्रम में शामिल होना था। तेजस्वी इस कार्यक्रम में नहीं पहुंचे। साथ ही मंच से तेजस्वी की नेम प्लेट को भी हटा लिया गया।
बेशक जदयू ने राष्ट्रपति के लिए एनडीए समर्थित उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन देकर विपक्षी एकता को झटका दिया हो लेकिन उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के गोपालकृष्ण गांधी के नाम पर नीतिश ने राहुल की बात मान ली है। इस कदम को विपक्ष की कूटनीतिक जीत माना जा रहा है।
बीजेपी ने नीतीश कुमार को नोटंकीबाज बताया है।बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार ने आपनी कुर्सी सुरक्षित रखने के लिए ही तेजस्वी यादव को चार दिन का वक्त देने का ड्रामा किया है।
सीबीआई के शिंकजे में फंसे लालू यादव के ठिकानों पर छापेमारी के बाद राजनीतिक माहौल काफी गर्मा गया है। एक के बाद एक नेता लालू यादव पर अपनी प्रतिक्रिया देने में लगे हुए हैं। वहीं, इस कतार में शामिल केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मामले को लेकर बिहार के सीएम पर हमला बोला है।