Advertisement

Search Result : "नौ देशों"

तीन देशों की यात्रा के बाद स्वदेश लौटे प्रधानमंत्री मोदी

तीन देशों की यात्रा के बाद स्वदेश लौटे प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीन देशों फ्रांस, जर्मनी और कनाडा की यात्रा के बाद शनिवार तड़के स्वदेश पहुंच गए है। इस यात्रा के दौरान फ्रांस के साथ 36 राफेल विमानों की आपूर्ति और कनाडा के साथ यूरेनियम करार सहित विभिन्न महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
पर्यावरण पर विकसित देशों को आईना दिखाया मोदी ने

पर्यावरण पर विकसित देशों को आईना दिखाया मोदी ने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित देशों की आलोचना करते हुए कहा है कि जलवायु परिवर्तन पर भारत को भाषण देने वाले देश स्वच्छ ऊर्जा के लिए उसे परमाणु ईंधन देने से इंकार कर देते हैं। हालांकि प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए देश की प्रतिबद्धता दोहराई।
भुवनेश्वर में हिंद महासागर से जुड़े देशों का सम्मेलन

भुवनेश्वर में हिंद महासागर से जुड़े देशों का सम्मेलन

हिंद महासागर के किनारे बसे समुद्री देशों की संस्कृति, सभ्यता और व्यापार को मजबूत करने के लिए बीस देशों के प्रतिनिधियों ने आह्वान किया है कि एकजुट होकर काम करें तो सबका विकास होगा। भुवनेश्वर में पहली बार हिंद महासागर के तटीय देशों के बीच व्यापार सुगमता सुलभ करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में वक्ताओं ने अतीत के अनुभवों से भविष्य को संवारने पर बल दिया।
तीन देशों की यात्रा संपन्न कर स्वदेश लौटे प्रधानमंत्री

तीन देशों की यात्रा संपन्न कर स्वदेश लौटे प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी पांच दिवसीय यात्राा समाप्त कर स्वदेश लौट आए। तीन देशों - सेशल्स, माॅरीशस और फिर श्रीलंका - की यात्रा के अंतिम दिन मोदी जाफना का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्राी बने।
मंगलवार से 3 देशों की यात्रा पर मोदी

मंगलवार से 3 देशों की यात्रा पर मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीलंका, मॉरीशस और सेशेल्स की पांच दिवसीय यात्रा पर कल रवाना होंगे और उम्मीद है कि इससे देश के हिंद महासागर क्षेत्रा के देशों से रिश्ते और प्रगाढ होंगे। इसके साथ ही यह भी उम्मीद है कि इस यात्रा के दौरान मोदी श्रीलंका में तमिलों के गढ़ जफना का भी दौरा करेंगे।
पश्चिमी देशों में बन रहे हैं आइएस के आतंकी

पश्चिमी देशों में बन रहे हैं आइएस के आतंकी

आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में विदेशी लड़ाके सीरिया और इराक के लिए रवाना हो रहे हैं। ऐसा करने वाले दुनिया के करीब 20,000 लड़ाकों में से 3,400 तो पश्चिमी देशों के हैं।