विधानसभा में भारी हंगामें के बीच एक ओर जहां नीतीश कुमार ने विश्वासमत हासिल कर लिया है। वहीं, दूसरी ओर राजद नेता शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है।
बिहार में एकाएक सियासी पारा गरमा गया है। राजद सुप्रीमो परिवार पर सीबीआई छापों के बाद महागठबंधन को लेकर तमाम आशंकाएं शुरु हो गई हैं। जदयू, कांग्रेस और राजद तीनों में खलबली है। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर एफआईआर होने के बाद नीतीश क्या फैसला लेंगे। जदयू व राजद अब इसी रणनीति पर विचार कर रही है। राजद प्रमुख ने इसके लिए सोमवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है तो नीतिश ने उसके अगले दिन।
भाजपा हटाओ, देश बचाओ रैली राजद की रैली है बिहार के महागठबंधन की नहीं। इसमें गैर भाजपाई दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है। इसमें यह बात मायने नहीं रखती कि इसमें जदयू शामिल होगी या नहीं।
पटना के गांधी मैदान में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती का मिलन तय नजर आ रहा है। भाजपा से मुकाबला करने के लिए राजद प्रमुख समान सोच रखने वाले दलों को एक जगह लाने के लिए मंच सजा रहे हैं।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के ठिकानों पर पड़े छापे के बाद देश में राजनीति उथल पुथल मची हुई है। बुधवार को पटना में राजद कार्यकर्ता भाजपा दफ्तर के बाहर हंगामा करने पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने वहां भाजपा नेता सुशील मोदी के खिलाफ नारेबाजी की और विरोध दर्ज कराया। हंगामे के दौरान कार्यकर्ताओं ने वहां मौजूद गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की।
राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के पुत्र पर मिट्टी घोटाले का आरोप लगाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को कहा कि वे मानहानि के मुकदमे की धमकी से डरने वाले नहीं हैं और अपने बयान पर कायम हैं।