बनारस शहर का अपना मिजाज है। भोले की भांग है तो गंगा की निर्मलता भी। इस शहर के मिजाज में ही है, संस्कृति। इस शहर के लिए व्योमेश शुक्ल बहुत जाना पहचाना नाम है। रंगकर्मी, कवि, लेखक व्योमेश की टोपी में एक और पंख लगने जा रहा है। उनकी कविताएं अमेरिका के फिलाडेल्फिया के एक पार्क में बन रही दीवार पर अंकित होंगी।
योग गुरु बाबा रामदेव और उनके सहयोगी आचार्य बालकृष्ण की कंपनी पतंजलि अब एक नई योजना को सफल बनाने में जुट गई है। इस नई योजना के तहत कंपनी बैल से बिजली बनाएंगे, जिसके लिए वह 'बुल पावर' पर काम रहे हैं। इस आइडिया पर पिछले डेढ़ साल से काम किया जा रहा और कुछ सफलता भी मिली है।
अगले एक दो साल में पतंजलि सबसे बड़ा स्वदेशी ब्रांड बन जाएगा। मौजूदा समय में पतंजलि की करीब 30 हजार करोड़ सालाना की उत्पादन क्षमता है और अगले साल यह क्षमता 60 हजार करोड़ तक पहुंच जाएगी। पिछले साल इसका टर्नओवर 10561 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।
बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि ने चालू वित्त वर्ष में अपनी बिक्री दो गुना कर 20,000 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा है। पिछले वित्तीय वर्ष में पतंजलि ने अकेले गाय के देशी घी से 1467 करोड़ की कमाई की है।
मां के हाथ के खाने की बात ही अलग है। लेकिन कितना भी पौष्टिक खाना हो यदि वह स्वास्थ्यवर्धक तरीके से न रखा जाए तो उसका कोई मतलब नहीं रह जाता। कुछ सालों से प्रचलित एल्युमिनियम फॉइल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है सभी को मालूम है, लेकिन इसका विकल्प क्या है।
संसद की एक समिति ने स्वास्थ्य विभाग से कहा है कि वह देश के खाद्य सुरक्षा नियामक एफ.एस.एस.ए.आई के कोष के खर्च न हो पाने की चलन रोके और एक समयबद्ध तरीके से खाद्य परीक्षण प्रणाली की मजबूती सुनिश्चित करे।
केंद्रीय वित्त मंत्री कल हरिद्वार से करीब 20 किलोमीटर दूर पदार्था में बाबा रामदेव के पतंजलि फूड और हर्बल पार्क में नई इकाई का उद्घाटन करने आए थे। इस दौरान हेलीकॉप्टर में चढ़ते समय उनका पैर फिसल जाने से वह चोटिल हो गए थे। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें दिल्ली रवाना कर दिया गया था और अब वह बेहतर हैं।
हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार चुनावी साल में लगता है योग गुरु बाबा रामदेव से कोई बैर नहीं रखना चाहती इसलिए चार साल पहले पतंजलि ट्रस्ट से छीनी गई जमीन सरकार ने ट्रस्ट को वापस करने का मन बना लिया है।