आतंक पर समूची दुनिया के मुस्लिम स्कॉलर्स मास काउसलिंग पर विचार करें। उसकी शुरुआत करें। ऐसा करके ही मुस्लिम युवाओं को इस्लाम के सच और झूठ का अंतर समझाया जा सकता है। सीरिया और टर्की के नरसंहार के बाद आईएसआईएस जिस तरह से एकजुट होकर पूरी दुनिया को अपने आगोश में ले रहा है, वह आने वाले समय में बहुत भयावह हो सकता है।
भारत सरकार ने अपने पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यक नागरिकों को नया उपहार दिया है। आपसी संबंध सुधारने की दिशा में यह एक निर्णायक कदम हो सकता है। भारत ने इन देशों के अल्पसंख्यकों को वीजा की शर्तों में ढील दी है।
आतंकी बुरहान की मौत पर जम्मू कश्मीर में हिंसा जारी है। विरोध प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या 32 हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार अफ्रीकी देशों की यात्रा कर मंगलवार को दिल्ली लौटे और तुरंत उन्होंने सुबह दस बजे आला मंत्रियों और अधिकारियों के साथ अहम बैठक कर घाटी का जायजा लिया। कश्मीर में चार दिनों से हो रहे हिंसक प्रदर्शन पर आला अधिकारियों ने पीएम मोदी को रिपोर्ट दी। गृह मंत्री राजनाथ सिंह अमेरिका दौरा निरस्त हो गया है।
बांग्लोदश के जन्म के समय कई लोगोें ने पाकिस्तान की मंशा का विरोध किया था। बांग्लादेश में 30 फीसदी अल्पसंख्यक हैं, जिन्हाेंने पाकिस्तान का साथ दिया था। इनमें सेना, पुलिस, नागरिक सेवक, इस्लामिक समूह जैसे जमात-ए-इस्लामी आदि शामिल थे। बांग्लोदश नेशनलिस्ट पार्टी की खालिदा जिया भी पाकिस्तान के पक्ष में हैं। प्रधानमंत्री और अवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना का भारत की तरफ झुकाव है। हसीना भावुक हैं और कठोर फैसले नहीं ले पाती हैं। इन दोनों बेगमों की विचारधारा और कार्य करने का जो अंतर है, उसी में बांग्लादेश फंस गया है।
हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद जहां घाटी सुलग रही है, वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान ने वानी की मौत पर दुख जताया है। पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से लेकर आतंकी आका हाफिज सईद तक वानी के लिए शोक मना रहे हैं। भारत ने पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पर विरोध व्यक्त किया है। उसने कहा हैै कि पाकिस्तान भारत के आंतरिक मामलों में दखल न दे।
आतंकवाद आज किसी एक देश, प्रांत की समस्या नही बल्कि समूची दुनिया के लिये चुनौती बन गया है। ये आंतकी भले ही अलग-अलग देशों से ताल्लुकात रखते हों पर इनके नापाक इरादे एक से हैं। चिंतित होने वाली बात है कि इस बढ़ती कट्टरता की ओर पढ़ा-लिखा मुस्लिम युवा भारी मात्रा मेंं जुड़ रहा है। लेकिन मुस्लिम समुदाय के ही मौलवी और बड़े बुजुर्ग समझदार इसके विरोध में अभी तक खुलकर सामने नहीं आए हैं।
दिल्ली स्ट्डी ग्रुप के अध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता विजय जौली द्वारा आयोजित ‘‘रोजा इफ्तार’’ दावत कार्यक्रम में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सहित कई देशों के राजनयिकों ने शिरकत किया।
केंद्र की भाजपा सरकार और पार्टी में तालमेल की कमी की वजह से विरोधाभासी संदेश देश-दुनिया में जा रहे हैं। संघ नेता इंद्रेश कुमार का पाकिस्तान पर बयान सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठा रहे हैं।
भारतीय मूल के एक अमेरिकी भौतिकविद ने प्रकृति के मूल नियमों की जानकारी को आगे बढ़ाने के प्रति समर्पित एक केंद्र स्थापित करने के लिए कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय को 1.1 करोड़ डॉलर की राशि दान में दी है।