लोकसभा में आज एक खुशनुमा मंजर देखने को मिला जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने खिलाफ नारे लगा रहे आप सदस्य भगवंत मान को पानी का अपना गिलास बढ़ा कर उनकी प्यास बुझाई।
बेशक, चंडीगढ़ एयरपोर्ट का नाम फौरी तौर पर चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट रख दिया गया हो लेकिन नाम को लेकर सियासी खींचतान अब भी जारी है। हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के प्रचारक और भाजपा नेता मंगलसेन के नाम पर एयरपोर्ट का नाम रखे जाने का प्रस्ताव रखा है। खट्टर के इस प्रस्ताव की खासी आलोचना हो रही है।
संसद में हो रहे लगातार शोर-शराबे से आजिज आकर संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने भावुक होकर कहा कि कांग्रेस देशहित में संसद चलने दे। वेकैंया ने कहा कि कांग्रेस सांसदों को नियम और कानून से कुछ लेना-देना नहीं है। संसद की कार्यवाही में अड़चन डालना उनकी आदत सी बन गई है।
पंजाब के अबोहर में दो गुटों के बीच हुए झगड़े के बाद एक गुट के दो लोगों के हाथ-पांव काट दिए गए। घटना के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। समाचार है कि जिन दो लोगों के हाथ-पांव काटे गए हैं उनमें से एक की मौत हो गई है। दोनों पीड़ित वाल्मीकि समुदाय से हैं।
मार्च 1986 में जब पंजाब में उग्रवाद बेकाबू हो रहा था तब महाराष्ट्र काडर के पुलिस अधिकारी जूलियो रिबेरो को राज्य का पुलिस महानिदेशक बनाकर लाया गया। खालिस्तानी खाड़कुओं से मुकाबले के लिए रिबेरो ने 'गोली के बदले गोली’ नीति अपनाई। हालात बेकाबू होने पर पंजाब में सन 1987 में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी सिद्धांत तमाम समस्याओं का हल है। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को कहा कि वे यदि अपने नेताओं की संघर्ष गाथाएं ही पढ़ लें तो बहुत कुछ हो सकता है।
दिल्ली की शकूरबस्ती में अतिक्रमण हटाने के दौरान एक बच्ची की मौत को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस मामले पर दिल्ली सरकार और रेल विभाग के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ठंड में गरीबों को बेघर करने और बच्ची की मौत काे रेलवे पर निशाना साधा है जबकि रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने संसद में बयान दिया है कि बच्ची की मौत अतिक्रमण हटाने से पहले हुई थी।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बेहतर कामकाज के लिए कुछ और मंत्रियों को हटाने की तैयारी में है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक कुछ मंत्रियों के कामकाज का आकलन किया जा रहा है और नए साल की शुरूआत में सरकार कुछ बड़ा फैसला ले सकती है।