गुजरात के निकाय चुनाव राज्य में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के लिए झटका साबित हुए हैं। हालांकि राज्य की सभी छह नगर निगमों में पार्टी ने फिर से अपनी सत्ता कायम कर ली है मगर राज्य के ग्रामीण इलाकों में कांग्रेस ने जोरदार वापसी की है। यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह जिले मेहसाणा के जिला पंचायत और नगरपालिका दोनों जगह कांग्रेस की जीत हुई है।
उत्तर प्रदेश चुनाव में समाजवादी पार्टी को तगड़ा लगा है। पंचायत चुनाव में सपा समर्थकों की हार ने यह बता दिया कि जनता का झुकाव अब दूसरे दलों की ओर हो रहा है। मजेदार बात यह है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के समर्थकों ने प्रदेश में खाता खोल दिया है।
उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान मुजफ्फरनगर के मनेत गांव में दो गुटों में हुए संघर्ष में पुलिस के एक कांस्टेबल और होम गार्ड के एक जवान सहित कम से कम 12 लोग जख्मी हो गए।
उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव समाजवादी पार्टी के लिए कठिन परीक्षा वाला चुनाव साबित होने जा रहा है। राज्य में चार चरणों में मतदान होना है और पहले चरण का मतदान 9 अक्टूबर को हो रहा है। जबकि दूसरा चरण 13, तीसरा 17 और चौथे चरण का मतदान 29 अक्टूबर को होगा। जबकि मतगणना एक नवंबर को होगी।
सर्वोच्च न्यायालय ने हरियाणा पंचायत चुनाव को तत्काल स्थगित करने के आदेश दिए हैं। मंगलवार को आदेश देते हुए न्यायालय ने अगली सुनवाई के लिए 7 अक्टूबर की तारीख तय की है। साथ ही स्पष्ट किया है कि अदालत के फैसले के बाद निर्वाचन आयोग नए सिरे से चुनाव की घोषाणा करेगा ।
आने वाले महीनों में उत्तर प्रदेश में होने जा रहे पंचायत चुनावों से ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) प्रदेश की राजनीति में दस्तक दे रही है। हालांकि तैयारियां तो पहले से जारी थी लेकिन पंचायत चुनावों के जरिये उत्तर प्रदेश में पार्टी पहली दफा मैदान में उतर रही है। तैयारियों की इसी कड़ी में आज पार्टी का फैजाबाद में बड़ा आयोजन है।
प्रसिद्ध विचारक और इतिहासकार प्रो. एमएम कलबुर्गी की अज्ञात बंदूकधारियों ने धारवाड़ में उनके घर पर गोलीमार हत्या कर दी। अंधविश्वास विरोधी और धार्मिक टिप्पणियों की वजह से वह लगातार कट्टरपंथी संगठनों के निशाने पर थे।
प्रगतिशील काव्यधारा के महान कवि त्रिलोचन का जन्मदिन है। संस्कृत, उर्दू, फारसी, हिंदी और अंग्रेजी भाषा पर जबर्दस्त महारथ हासिल थी कवि त्रिलोचन को। उनका जन्म 20 अगस्त 1917 को चिरानी पट्टी, जिला सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश में हुआ था। त्रिलोचन का मूल नाम वासुदेव सिंह था और वह ताउम्र अपने सहज-सरल स्वभाव और फक्कड़ी के लिए जाने जाते रहे। उनका निधन 10 दिसंबर 2007 को हुआ। हिंदी कविता के इस हस्ताक्षर कवि को आज उनके जन्मदिन पर उनकी कविताओं के जरिए याद करते हैं