बिहार के मधुबनी जिले में आज एक बस के सड़क किनारे स्थित तालाब में गिरने से कम से कम 10 यात्रियों की मौत हो गई। हादसे में और छह अन्य लोगों के मारे जाने की आशंका है।
कहते हैं इरादे मजबूत हो तो इंसान के लिए कोई काम कठिन नहीं होता। बारह साल की श्रद्धा शुक्ला ने कुछ ऐसा ही इरादा बनाया है कि वह उफनाती गंगा में 570 किलोमीटर की सफर तय करेगी।
बिहार में बाढ़ की स्थिति बेहद खराब हो गई है। गंगा नदी अभी भी अधिकांश स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। तीन दिनों में बिहार में बाढ़ के चलते 19 लोगों की मौत हो गई है। सोमवार की तुलना में गंगा के जलस्तर में मामूली कमी दर्ज की गई है, लेकिन सोन नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण लोगों में बेचैनी है। इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रधानमंत्री आवास जाकर मुलाकात की।
गुड्स ऐंड सविर्सेज टैक्स (जीएसटी) को आजादी के बाद से कर क्षेत्र का सबसे बड़ा सुधार माना जा रहा है। जीएसटी से सरकार को अहम फायदे होंगे। इससे मेक इन इंडिया प्रोग्राम को प्रोत्साहन मिलेगा। साथ ही कई वस्तुओं पर उपभोक्ताओं को राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। मौजूदा कर ढांचे और लाल फीताशाही के कारण होने वाली देरी से कारोबार को पांच-10 फीसद नुकसान पहुंचता है, जिसकी भरपाई कारोबारी उपभोक्ताओं की जेब से करते हैं।
असम और बिहार में आई बाढ़ में अभी तक 53 लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह बाढ़ का जायजा लेने के लिए शनिवार को असम दौरे पर रहे। दोनों राज्यों में बाढ़ ने काफी नुकसान पहुंचाया है। अकेले बिहार में बाढ़ से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है और 25 लाख प्रभावित हुए हैं।
बिहार में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। राज्य में बाढ़ से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि इससे प्रदेश के 10 जिलों के 17.85 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हैं।
बिहार में बेशक गठबंधन सरकार में कांग्रेस शामिल है लेकिन अल्पसंख्यक मुद्दे पर पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और विधायक डॉ. शकील अहमद खान राज्य सरकार की नीतियों से कतई खुश नहीं। खासकर उर्दू भाषा के प्रोत्साहन के मामले में उन्होंने इन दिनों राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है।
चीन में भारी बारिश और बाढ़ की वजह से 250 से अधिक लोगों के मरने की आशंका है। 132 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 120 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं। वहीं मध्य हुबेई प्रांत में अब भी लगभग ढाई लाख लोग बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं।