असल में यह पोस्टर एक सीरीज का हिस्सा है, जिसमें किसी असली या काल्पनिक प्रभावशाली व्यक्ति की तस्वीर लगाकर लोगों को जागरुक करने का प्रयास किया जाता है। इस सीरीज में महात्मा गांधी और बाहुबली को भी दिखाया जा चुका है।
राष्ट्रपति चुनाव में सत्तादल द्वारा रामनाथ कोविंद के उम्मीदवार बनाये जाने से जहां एक ओर एकजुट होते विपक्ष में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है, वहीं वाम मोर्चा की ओर से प्रकाश अंबेकर का नाम आगे आया है। मोर्चा ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के पोते और पूर्व सांसद प्रकाश के नाम पर अन्य विपक्षी दलों की सहमति लेने की कवायद शुरू कर दी है।
जिन बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन धार्मिक आडंबर और भेदभाव के खिलाफ संघर्ष में बीता दिया, उनकी शोभायात्रा के नाम भी सहारनपुर में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई।
मोदी सरकार ने बाबा साहब भीम राव अंबेडकर, ज्योति बा फुले, संत रविदास, कबीरदास जैसे महापुरूषों पर आधारित कार्यक्रमों के जरिये दलितों सहित समाज के कमजोर वर्गों तक पहुंच बनाने की पहल करते हुए ऐसे महापुरूषों से जुड़े कार्यक्रमों के आयोजन करने वाली संस्थाओं को आर्थिक मदद देने का निर्णय किया गया है।
प्रकाश अंबेडकर के नेतृत्व में भारिपा बहुजन महासंघ (बीबीएम) ने आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में 40 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। महाराष्ट्र में बीबीएम का केवल एक विधायक है। राज्य के विदर्भ क्षेत्र में अकोला और वाशिम जिले के बाहर पार्टी की कोई उपस्थिति नहीं है।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के 61वें निर्वाण दिवस पर जनता का आह्वान किया कि अवाम को फकीर बनाने वाली भाजपा को उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में करारी शिकस्त देकर चौथे नंबर पर लाना होगा।
गुजरात के दलित समुदाय के 200 से अधिक लोगों ने विजयादशमी के मौके पर बौद्ध संगठनों द्वारा आयोजित तीन अलग-अलग कार्यक्रमों में बौद्ध धर्म अपनाया। वहीं राज्य के 90 अन्य लोगों ने नागपुर में धर्मांतरण किया और इस तरह कुल 300 से अधिक दलितों ने बौद्ध धर्म को ग्रहण किया।