देश में आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती कीमतों के बीच पंजाब कांग्रेस ने कहा कि महंगाई पर 2013 में तत्कालीन प्रधानमंत्राी मनमोहन सिंह से इस्तीफा मांगने वाली भारताीय जनता पार्टी अब मसले पर चुप क्यों है। देश में खाने पीने की चीजों के दामोंं में बेतरतीब बढ़ाेतरी हो रही है। ऐसे में भाजपा को इस पर देशवासियों को कुछ तो बताना चाहिए कि आखिर महंगाई क्यों बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने गुरुवार को कहा कि योग को विश्व पटल पर स्थापित करना सराहनीय प्रयास है, लेकिन इस प्राचीन भारतीय पद्धति को अपनाने से क्या लोगों को मुद्रास्फीति के दर्द से राहत मिलेगी।क्या महंगाई से राहत मिल जाएगी।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर रघुराम राजन ने मंगलवार को कयासों के अनुकूल मौद्रिक नीति की द्वैमासिक समीक्षा पेश करते हुए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया। रेपो रेट बिना बदलाव के 6.50 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 6 फीसदी बरकरार रहेगी। आरबीआई ने सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया है और ये 4 फीसदी पर कायम है। एमएसएफ यानी मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी दर भी 7 फीसदी पर बरकरार है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर इसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सरकार को कई मुद्दों पर आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार महंगाई को लगाम लगाने, सीमा पार से आतंकवाद को रोकने और इस दौरान शुरू की गई योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में विफल रही है।
खाने पीने की चीजों की ऊंची कीमतों के कारण पिछले कई महीनों के बाद पहली बार महंगाई बढ़ गई है। खुदरा मुद्रास्फीति की दर अप्रैल महीने में बढ़कर 5.39 प्रतिशत हो गई। इसके साथ ही मुद्रास्फीति में पिछले कई महीनों से गिरावट का कम थम गया।
स्वास्थ्य गड़बड़ होने पर मुंह का स्वाद बदल जाता है। इसी तरह भारत में मौसम के साथ महंगाई बढ़ने पर आम आदमी के दांत खट्टे भले ही न हों, दाल खट्टी और चीनी कड़वी लगने लगती है। एक तरफ किसानों को अनाज, तिलहन और गन्ने का सही दाम नहीं मिलता और कर्ज से तंग आकर लोग आत्महत्या करते हैं, दूसरी तरफ कालाबाजारी और सूदखोर दलाल एवं व्यापारियों का एक वर्ग मनमाने ढंग से मूल्य वसूलते हैं।
शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा लिए गए दो फैसलों से देश में महंगाई की आग और भड़कने वाली है। एक फैसला पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ोतरी का है जिसके तहत केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पेट्रोल पर 1.6 रुपये और डीजल पर 40 पैसे प्रति लीटर की दर से एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है।
एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी महाराष्ट्र के लासलगांव में प्याज की कीमतों में फिर से तेजी का रख बन गया है। पुराना स्टाक खपने और इस साल खरीफ की नई फसल 25-30 प्रतिशत कम रहने की वजह से प्याज की आपूर्ति घटी है।