मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गुरुवार को आरएसएस के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी और कृष्ण गोपाल ने प्रदेश नेताओं के साथ समन्वय समिति की बैठक की। दो दिनों की यह बैठक कल भी चलेगी।
मुम्बई के मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का तीन दिवसीय समारोह बुधवार को धार्मिक उत्साह एवं परंपरा से शुरू हो गया। गिरगाम चौपाटी स्थित प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर में इस मौके पर अनूठे तरीके से 5243 फलों का भोग लगाया गया है।
क्वार्टर फाइनल में हार के साथ ओलंपिक पदक जीतने का अपना सपना टूटने से हताश भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण (75 किलो) ने कहा कि वह इससे बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सकते थे जो उन्होंने उजबेकिस्तान के बेक्तेमिर मेलिकुजिएव के खिलाफ किया।
प्री क्वार्टर फाइनल में अपने प्रतिद्वंद्वी पर दमदार जीत दर्ज करने के बाद आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण ने कहा कि रियो ओलंपिक में उन्हें स्वर्ण से कम पर संतोष नहीं होगा। विकास ने तुर्की के ओंडेर सिपल को 75 किलो मिडिलवेट मुकाबले में 3-0 से हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
एशियाई खेलों के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता विकास कृष्णन (75 किलो) ने ओलंपिक में भारत के मुक्केबाजी अभियान का शानदार आगाज करते हुए अमेरिका के चार्ल्स कोनवेल को हराकर प्री क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया।
जीएसटी के जन्मदाता होने के कांग्रेस के दावे पर हास्य-विनोद के अंदाज में प्रधानमंत्राी नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जन्म कोई दे, लालन पालन कोई करे। कृष्ण को जन्म किसी ने दिया, कृष्ण को बड़ा किसी ने किया। लोकसभा में जीएसटी पर संविधान :122 वां संशोधन: विधेयक पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए प्रधानमंत्राी ने कहा कि इस समय वह सभी रजनीतिक दलों, सभी राज्य सरकारो समेत सभी का धन्यवाद करने के लिए खड़े हुए हैं।
भारत के तीन सदस्यीय मुक्केबाजी दल को शनिवार से यहां शुरू हो रही ओलंपिक की इस स्पर्धा में कड़ी चुनौती मिलेगी लेकिन उनका इरादा भारत में लंबे समय से चली आ रही प्रशासनिक अस्थिरता से त्रस्त हो चुके खेल का पुनरोत्थान करना है। शिव थापा (56 किलो), मनोज कुमार (64 किलो) और विकास कृष्ण (75 किलो) ओलंपिक की मुक्केबाजी स्पर्धा में भारतीय चुनौती पेश करेंगे।
पूरे ओडि़शा और उसके बाहर भी बुधवार को भगवान जगन्नाथ के मंदिरों में रथयात्राएं निकाली गयीं लेकिन गंजाम के मरदा में 300 साल पुराने मंदिर में यह अनुष्ठान नहीं हुआ। मरदा के इस मंदिर में कोई देवी-देवता नहीं है।
कड़ी सुरक्षा के बीच भगवान जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा का आयोजन ओडि़शा के पवित्र शहर पुरी में बुधवार को पूरे उल्लास और धार्मिक रस्मो रिवाज के साथ किया गया। देश और विदेश के लाखों श्रद्धालु इस शहर में नौ दिनों तक चलने वाली भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा की रथयात्रा देखने के लिए उमड़ पड़े।