मणिपुर में भाजपा नीत सरकार ने आज विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया है। 60 सदस्यीय विधान सभा में एन बीरेन सिंह की सरकार के पक्ष में 32 और विपक्ष में 27 वोट पड़े।
मणिपुर में करीब पांच माह से जारी यूनाइटेड नगा काउंसिल (यूएनसी) की आर्थिक नाकेबंदी आज मध्यरात्रि से समाप्त हो गई है। केंद्र, राज्य सरकार और नगा समूहों की बातचीत के बाद एक आधिकारिक बयान में यह कहा गया है।
एन बीरेन सिंह ने आज मणिपुर के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उन्हें इंफाल में राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने शपथ दिलाई। यह पहला मौका है जब राज्य में भाजपा की सरकार बनी है। उनके साथ आठ अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू को भी भाग लेना था पर विमान के इंजन में आई गड़बड़ी के कारण उन्हें वापस दिल्ली लौटना पड़ा।
गोवा में मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बनाने लायक बहुमत का जुगाड़ कर चुकी भारतीय जनता पार्टी ने आज मणिपुर में भी बहुमत का गणित बिठा लिया। राज्य में चार सीटें जीतने वाले नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के चारों विधायकों ने आज मणिपुर में राज्यपाल नजमा हेप्तुल्ला से मुलाकात कर राज्य में सरकार गठन के लिए भारतीय जनता पार्टी को अपने समर्थन का ऐलान किया।
कांग्रेस ने खुद के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद गोवा के राज्यपाल द्वारा राज्य में भाजपा नीत गठबंधन को सरकार बनाने के लिए पहले ही आमंत्रित करने का मुद्दा लोकसभा में उठाने का प्रयास किया और इस बारे में बोलने की अनुमति नहीं दिए जाने पर आज दो बार सदन से वाकआउट किया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने के भाजपा के कदम को गलत करार देते हुए पार्टी पर धनबल के जरिए जनादेश का हरण करने और लोकतंत्र को कमजोर करने का आज आरोप लगाया। राहुल ने गोवा की राज्यपाल पर पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया।
मणिपुर के मुख्यमंत्राी ओ इबोबी सिंह ने राज्य में नयी सरकार के गठन की प्रक्रिया का रास्ता बनाने के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हाल ही राज्य विधानसभा के लिए हुए चुनाव में किसी भी पाटीर्टी स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है।