मध्य प्रदेश में जारी आंदोलन के बीच एक ओर जहां सीएम शिवराज सिंह चौहान राज्य में शांति बहाली के लिए अनशन पर बैठे हैं। तो वहीं, दूसरी ओर कृषि मंत्री गौरी शंकर बिसेन का कहना है कि वह किसानों के कर्ज माफी के पक्ष में नहीं हैं। प्रदेश में किसान कर्ज माफी को लेकर पिछले कई दिनों से हिंसक आंदोलन जारी है।
मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान गोलीबारी से 6 किसानों की मौत के बाद हालात और पूर्ण हो गया है। इस बीच राज्य के गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने माना है कि 5 किसानों की मौत पुलिस फायरिंग से हुई थी।
मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के भाटन गांव में दर्दनाक घटना सामने आई है। बुधवार को एक पटाखा फैक्टरी में भीषण आग लग जाने के कारण 25 श्रमिकों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए।
एक जून को दो राज्यों में एक साथ किसान आंदोलन के लिए सड़कों पर उतर आए। दोनों ही राज्यों में किसान ने शहरों में जाने वाले दूध और सब्जी समेत अन्य उत्पाद भी रोक दिया या फिर फल सड़कों पर फेंक दिए और दूध सड़कों पर बहा दिया। मध्य प्रदेश के मलावा और निमाड़ में आंदोलन उग्र होता चला गया। पुलिस पर पत्थर फेंके और वाहन जला डालना जैसी घटनायें आम होती चली गयी।
मध्य प्रदेश के मंदसौर में 6 किसानों की मौत के बाद राजनीति गर्म हो गई है। पुलिस फायरिंग में हुई किसानों की मौत को के विरोध में बुधवार को मध्य प्रदेश बंद रखा गया है। कांग्रेस ने राज्य की बीजेपी सरकार को घेरते हुए राज्य भर में बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज पीड़ित परिवारों से मिलने मंदसौर जाने वाले थे। लेकिन प्रशासन ने इजाजत देने से इनकार कर दिया।
मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन की आग मंदसौर के बाद राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैल रही है। मंगलवार को हुई गोलीबारी में छः किसानों की मौत के बाद आंदोलन ने उग्र रूप भी ले लिया है।
अनाज, सब्जी और दूध के वाजिब दाम नहीं मिलने से नाराज किसान देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान मध्यप्रदेश के सीहोर में पथराव और तोड़फोड़ की घटना भी सामने आई है।
मध्य प्रदेश में एक बार फिर से भाजपा अपने कारनामों को लेकर चर्चा में बनी हुई है। इस बार भाजपा का चर्चा का विषय कोई और नहीं बल्कि उन्हीं के एक नेता पर ऑनलाइन सेक्स रैकेट चलाने का आरोप है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी नेता नीरज शाक्य समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। नीरज शाक्य भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी (एससी मोर्चा) हैं।
मध्यप्रदेश बोर्ड के दसवीं और बारहवीं के परीक्षा परिणामों की घोषणा ने प्रदेश में उफान ला दिया है। परिणाम घोषित होने के कुछ ही घंटों में दो सगे भाई-बहन सहित 12 छात्रों ने आत्महत्या कर ली।