दिल्ली के चर्चित मनोज वशिष्ठ एनकाउंटर मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। इस मामले में मनोज वशिष्ठ के परिवार वालों की मांग पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एसआईटी के गठन का आदेश दिया है।
दिल्ली के चर्चित मनोज वशिष्ठ एनकाउंटर मामले में यह रहस्य गहराता जा रहा है कि दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने बचाव में गोली चलाई या जान-बूझकर गोली मारी गई। अभी तक पुलिस की ओर से जो कहानी गढ़ी गई है उसके मुताबिक पुलिस वशिष्ठ को गिरफ्तार करने गई थी लेकिन उसने गोली चलाई उसके जवाब में पुलिस को गोली चलानी पड़ी जो कि वशिष्ठ को लगी। कुछ प्रत्यदर्शियों ने भी इस बात की पुष्टि की है। लेकिन सवाल यह है कि वशिष्ठ ने जब गोली चलाई तो सीसीटीवी फुटेज में वह क्यों नहीं दिखाई पड़ रहा है।
कांग्रेस नेता अनिल शास्त्री ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार सहित पिछले 30 वर्ष के दौरान रहने वाली पूर्ववर्ती सरकारों की विदेशी धरती पर आलोचना इसलिए की क्योंकि देश में उनका विश्वास करने वाले अधिक लोग नहीं हैं।
कोलकाता में खेले गए मैच में कोलकाता नाइटराइडर्स ने दिल्ली डेयरडेविल्स पर 13 रनों की आसान जीत दर्ज की। टाॅस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए केकेआर ने सात विकेट गंवाकर 171 रन बनाए जिसके जवाब में दिल्ली की टीम 158 रन ही बना सकी।
पिछले दिनों प्रसिद्ध कवि, चिंतक कैलाश वाजपेयी का निधन हो गया। उनकी कविताओं में आध्यात्म, प्रकृति और जीवन के अलग रंग दिखते थे। उनकी कविताओं की गूढ़ता ही उस रचना की खूबसूरती थी। उनकी बेटी अनन्या वाजपेयी ने अलग ढंग से पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की। उनकी कविताओं को संगीत में ढाल कर सुर के साथ इनका पाठ किया गया।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक नायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस 48 वर्ष के थे जब कहते हैं कि 18 अगस्त 1945 को ताइवान में एक जापानी युद्धक विमान की दुर्घटना में उनकी मौत हो गई
फिल्म कहानी में सीरियल किलर की भूमिका निभाने के लिए अपार सराहना मिलने के बाद अब शाश्वत चटर्जी एक बार फिर ऐसे ही हत्यारे की भूमिका में नजर आने वाले हैं। बस अंतर इतना है कि 89 में उनका यह किरदार कहीं अधिक जटिल और खूंखार है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत के रहस्य के मसले पर कांग्रेस की सरकारों, खासकर पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के खिलाफ आग उगलने वाली भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली वाजपेयी सरकार और वर्तमान नरेंद्र मोदी सरकार ने भी इससे संबंधित विभिन्न आयोगों की रिपोर्टों, खुफिया सूचनाओं और अन्य दस्तावेजों के खुलासे से इनकार किया।