नेट निष्पक्षता के मुद्दे पर भारत के फैसले पर निराशा जाहिर करते हुए फेसबुक के संस्थापक और प्रमुख मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि वह भारत तथा विश्व में संपर्क बाधा खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
हिन्दी फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा के सितारे काफी बुलंद चल रहे हैं। हाल ही में शुरू हुए अमेरिकी टीवी सीरिज क्वांटिको में अपनी भूमिका के लिए सराहना हासिल करने वाली प्रियंका अब जल्द ही 1990 के दशक में आई लोकप्रिय टीवी सीरिज बेवाच के फिल्म संस्करण में नजर आएंगी।
भूखमरी और कंगाली के बीच खुदकुशी को मजबूर भारतीय किसानों की दस्तान पुरानी पड़ चुकी है। अब नई तस्वीर देखिए। देश के प्रमुख अखबारों के पहले पन्नों पर सपरिवार मुस्कुराता किसान। हाव-भाव से गरीब लेकिन चेहरे पर 'खुशहाल किसान' वाली चिर-परिचित स्माइल। बच्चा नंगे पांव लेकिन मुस्कान भरपूर। ये फेसबुक के मार्क जुकरबर्ग का किसान है जो कृषि संकट भूल नेट निरपेक्षता की बहस को निपटज्ञने का मोहरा बन गया है। ये काम भारत का किसान ही कर सकता है।
फेसबुक के संस्थापक जुकरबर्ग के बाद अब गूगल गूगल प्रमुख सुंदर पिचई भी मुस्लिमों के समर्थन में उतर आए हैं। शनिवार को अपने एक ब्लॉग के जरिये उन्होंने कहा कि हमें अमेरिका और विश्व में मुसलमानों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों का समर्थन करना चाहिए।
फेसबुक के मुख्य कार्यकारी मार्क जुकरबर्ग ने अपने जीवन में परिवार के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि वह अपने पहले बच्चे के जन्म पर दो महीने का पितृत्व अवकाश लेने की योजना बना रहे हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग आज आईआईटी-दिल्ली के छात्रों से रूबरू हुए। इस दौरान आयोजित एक गोष्ठी में उन्होंने देश भर से पूछे गए सवालों के जवाब दिए। जुकरबर्ग की इन बातों में इंटरनेट और सोशल मीडिया को लेकर फेसबुक की भावी रणनीति की झलक देखी जा सकती है। जानिए, इस बार भारत को क्या बताकर गए जुकरबर्ग
कई सालों से फेसबुक इस्तेमाल कर रहे लोगों की मांग पूरी करते हुए फेसबुक अब अंतत: डिसलाइक यानी नापसंदगी के बटन का विकल्प मुहैया कराने पर काम कर रहा है। यह बटन पोस्ट को डाउनवोट तो नहीं करेगा लेकिन इस्तेमाल करने वालों की भावनाएं व्यक्त करने का अवसर देगा।
चहूं ओर मोदी हैं। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर तरफ नजर आ रहे हैं। पिछले एक साल में जितनी भी योजनाएं शुरू की गईं, वे सब उन्होंने शुरू कीं। देश-विदेश में रणनीति-कूटनीति उनके कंधों पर ही है। सोशल मीडिया में इस देश के वास्कोडीगामा कहे जाने वाले इस प्रधानमंत्री ने एक साल के भीतर 18 देशों की यात्रा कर ली। यहां तक कि जब उनकी सरकार का एक साल पूरा हो रहा है तब भी वह विदेशी जमीन पर नए श्रोताओं से मुखातिब हो रहे हैं। उनके समर्थक इसे नई गतिशील कूटनीति बताते हैं तो आलोचक इसे देश की समस्याओं से मुंह मोडऩा कहते हैं।