राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर सीबीआई और ईडी का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। लालू के ठिकानों पर हुई सीबीआई छापेमारी के महज 24 घंटे के भीतर बेटी मीसा भारती और दामाद शैलेश के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापा मारा है। हालांकि इस मामले का सीबीआई की छापेमारी से कोई लेना-देना नहीं है।
आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों की कुछ अचल परिसंपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क किया है। लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी, पुत्री मीसा भारती, और उनके बेटे तथा बिहार के उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर आयकर विभाग ने शिकंजा कसा है।
बेनामी संपत्ति मामले में फंसीं मीसा भारती ने आज एक बार फिर आयकर विभाग के सामने पेश नहीं हुईं। विभाग ने आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती और उनके पति शैलेश के खिलाफ समन जारी किया था।
बेनामी संपत्ति मामले में आयकर विभाग ने मीसा भारती को पेश होने के लिए फिर से एक नोटिस थमा दिया है। विभाग ने अब मीसा को 12 जून को पेश होने का आदेश दिया है।
आयकर विभाग ने आज करोड़ों की बेनामी संपत्ति के मामले में लालू की बेटी मीसा भारती और पति शैलेश कुमार को समन भेजा है। इस मामले को लेकर विभाग आगामी 6 जून को उनसे पूछताछ करेगा।
लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती के चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश अग्रवाल को 8000 करोड़ के मनी लॉन्डिंग मामले में गिरफ्तार कर लिया है। एन्फोर्समेंट डिपार्टमेंट ने यह कार्रवाई की है।
राजद अध्यक्ष लालू यादव की बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने आज सेक्स रैकेट मामले को लेकर भाजपा हमला बोला है। मीसा ने सोशल मीडिया के माध्यम से भाजपा से पूछा है कि आपलोग ऑनलाइन सेक्स रैकेट चलाने और आइएसआइ की दलाली की ट्रेनिंग कहां से लेते हैं?
काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन अनिल माधव दवे की खासियत रही है। पर्यावरण संरक्षण में उन्होंने अपना सबकुछ अर्पित कर दिया था। इसी वजह से पीएम नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट में जगह देकर उन्हेंने पर्यावरण को और बेहतर करने का जिम्मा दिया था। दवे ने मां नर्मदा की काफी सेवा की। नर्मदा के संरक्षण में उनकी उल्लेेखनीय भूमिका, उनके सामाजिक सरोकार की व्यांख्या करती है। मुस्कान के साथ सरल छवि वाले दवे पूरी तरह से कर्मयोगी थे।
रातो-रात बड़े फैसले लेने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के सबसे बड़े यश भारती सम्मान की जांच कराने का फैसला किया है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह सम्मान किस आधार पर दिए गए, इसकी जांच होनी चाहिए।