नेस्ले इंडिया के प्रमुख उत्पाद मैगी में सेहत के लिए नुकसानदेह तत्व पाए जाने के बाद खाद्य सुरक्षा आयुक्त ने बाराबंकी (उत्तर प्रदेश) जिला प्रशासन को कंपनी समेत छह पक्षों के खिलाफ अदालत में मुकदमा दायर करने की इजाजत दे दी है।
नेस्ले इंडिया के प्रमुख उत्पाद मैगी में सेहत के लिए नुकसानदेह तत्व पाए जाने के मामले में शनिवार को बाराबंकी की विभिन्न अदालतों में कंपनी और उसका प्रचार कर चुके अभिनेता अमिताभ बच्चन और माधुरी दीक्षितपर भी मुकद्दमा दायर किया गया है।
आईआईटी मद्रास ने अंबेडकर-पेरियार स्टडी सर्किल नाम के एक छात्र समूह पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस समूह के खिलाफ मानव संसाधन विकास मंत्रालय को अज्ञात शिकायत मिली थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नफरत फैलाने और दलित छात्रों को लामबंद करने के आराेप लगाए गए हैं।
भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (आईडब्ल्यूएफ) ने उन भारोत्तोलकों के कोचों पर दो साल का प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है जो पिछले कुछ महीनों के दौरान अलग-अलग चैंपियनशिप में प्रतिबंधित दवाओं के सेवन के दोषी पाए गए थे।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने 2-मिनट मैगी बनाने वाली कंपनी नेस्ले से पूरे देश की दुकानों से मैगी का एक बैच हटाने का आदेश दिया है। मैगी में सीसा की मात्रा तयशुदा से कहीं अधिक पाए जाने के बाद ऐसे आदेश दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों से 2-मिनट मैगी नूडल्स के सैंपल में घातक पदार्थ मोनोसोडियम ग्लूटामेट केमिकल (एमएसजी) की मात्रा अत्याधिक पाए जाने से मैगी खाद्य नियामक प्राधिकरण की निगरानी में आ गई है। मैगी को देशभर में प्रतिबंधित करने के संकेत भी आने लगे हैं।
दो मिनट में तैयार होने वाली मैगी नौनिहालों के लिए जानलेवा हो सकती है। मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार उत्तर प्रदेश के खाद्य संरक्षा व औषधि प्रशासन (एफएसडीए) ने हाल ही बाराबंकी के एक मल्टी स्टोर से लिए गए मैगी के नमूनों की जांच कोलकाता की रेफरल लैब से कराई। जांच में नमूना फेल हो गया और इसमें मोनोसोडियम ग्लूटामेट नाम का एमिनो एसिड खतरनाक स्तर तक पाया गया। इसके बाद हरकत में आए एफएसडीए ने पूरे प्रदेश में इस बैच की मैगी की बिक्री पर रोक लगा दी। सोमवार से इसपर और असरदार तरीके से पाबंदी लगाई जाएगी।