एक चौथाई शताब्दी से भी ज्यादा समय से परेश बरुआ भारतीय सेना और पुलिस को चकमा देकर बचते आ रहे हैं। यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ़ वेस्ट साउथ ईस्ट एशिया (युएनएलएफडब्ल्यूएसइए) के गठन में प्रमुख भूमिका निभानेवाले और अभी के समय भारतीय सेना के विरुद्ध आक्रामक रुख रखे हुए प्रतिबंधित संगठन उल्फा के सेनापति बरुआ का एनएससीएन(के) के अध्यक्ष एस.एस. खापलांग से घनिष्ठ संबंध है।
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए राष्ट्रीय जनता दल और जनता दल यूनाइटेड गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नीतीश कुमार की घोषणा के बाद राजद नेताओं के बीच इस बात की खलबली मच गई कि अचानक यह सब कैसे हो गया। कल तक राजद प्रमुख लालू यादव इसके लिए असहमत थे लेकिन अचानक कैसे मान गए।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू प्रसाद के दूसरी बार मंच साझा न किए जाने का के कारण जनता दल यूनाइटेड जद (यू) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ आने में आ रही अडचनों को लेकर चल रही अटकलों को बल मिला है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को नेपाल नहीं दिए जाने से उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड के नेता इसके लिए केंद्र सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं। जद यू नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार नेपाल में भूकंप पीड़ितों के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों का जायजा लेने जा रहे थे तो केंद्र सरकार ने रोक दिया। जद यू नेताओं से इसे राजनीति से प्रेरित बताया।
देश की सबसे बड़ी शराब निर्माता कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड बोर्ड ने विजय माल्या को साफ तौर पर कंपनी का चेयरमैन पद छोड़ने को कहा है लेकिन माल्या भी जिद पर अड़े हैं कि वह कंपनी के नॉन-एक्जीक्यूटिव और निदेशक पद नहीं छोड़ेंगे।
समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, जनता दल यूनाइटेड आदि दलों द्वारा तीसरा मोर्चा गठन की कवायद ने सियासी सरगर्मी मचा दिया था। लेकिन अचानक तीसरा मोर्चा की चर्चा ही बंद हो गयी।
बिहार में जनता दल यूनाइटेड की बनने जा रही सरकार की पहली परीक्षा राष्ट्रीय जनता दल के मंत्रिमंडल में शामिल होने पर होगी। अगर राजद मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुआ तो इसके निश्चित पर दूरगामी संकेत होंगे और अगर शामिल होता है तो इसका अलग संदेश जाएगा।
बिहार में भारतीय जनता पार्टी को झटका देते हुए जनता दल यूनाइटेड ने विपक्ष के नेता का पद मांग लिया है। जद यू की इस मांग से विपक्षी पार्टी भाजपा मुश्किल में पड़ गई। क्योंकि अब बिहार विधानसभा में जद यू सबसे बड़ी पार्टी हो गई।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर राज्य की कमान संभालने जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद नीतीश ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।