सीताराम येचुरी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, "सभी जानते हैं कि यह देश सिर्फ प्रधानमंत्री और पीएमओ के आदेश पर चल रहा है। इसलिए मंत्रिमंडल में कौन कहां बैठता है, इससे कोई नहीं पड़ता है।"
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने मई 2014 तक इस प्रणाली का विरोध किया था।
राष्ट्रपति चुनाव में सत्तादल द्वारा रामनाथ कोविंद के उम्मीदवार बनाये जाने से जहां एक ओर एकजुट होते विपक्ष में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है, वहीं वाम मोर्चा की ओर से प्रकाश अंबेकर का नाम आगे आया है। मोर्चा ने बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के पोते और पूर्व सांसद प्रकाश के नाम पर अन्य विपक्षी दलों की सहमति लेने की कवायद शुरू कर दी है।
सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा है कि विपक्ष के साथ भाजपा नेताओ की बैठक ‘पीआर एक्सरसाइज’ ही ज्यादा लग रही है। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और वेंकैया नायडू से मिलने के बाद सीताराम येचूरी ने यह बात कही है।
कई राज्यों में किसान आंदोलन चल रहा है। किसानों की आत्महत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसी के मद्देनजर मार्क्सवाद कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर संसद के मानसून सत्र में किसानों के लिए कानून बनाने की मांग की है।
सीपीएम दफ्तर में हिन्दू सेना के दो लोगों ने पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी पर हमला कर दिया। हमले के के बाद दोनों युवकों की सीपीएम कार्यकर्ताओं ने जमकर पिटाई की और पुलिस को सौंप दिया। इन लोगों का कहना है सीपीएम नेता प्रकास करात ने भारतीय सेना पर जो आर्टिकल लिखा है उसके विरोध में उन्होंने यह हमला किया है।