लोकसभा चुनाव हारने के बावजूद जब स्मृति ईरानी को मानव संसाधन विकास जैसा भारी भरकम मंत्रालय दिया गया तो कई लोगों की भवें टेढ़ी हुईं। आखिर इस मंत्रालय के राजीव गांधी के जमाने में नरसिंह राव, अटल बिहारी वाजपेयी के दौर में मुरली मनोहर जोशी और संप्रग एक के दौर में अर्जुन सिंह जैसे नेता संभाल चुके थे जो खुद कभी प्रधानमंत्री पद की रेस में रहे थे।
मोदी, मुस्लिम और मीडिया की लेखिका और सीएसडीएस की वरिष्ठ फेलो मधु पूर्णिमा किश्वर ने पिछले वर्ष मई में स्मृति ईरान के मानव संसाधन विकास मंत्री बनाए जाने पर अपनी गहरी नाराजगी जताई थी।
तीन दिन से चल रही भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक के बारे में कल पूरा दिन टेलीविजन पर खबरें नदारद रहीं और शाम होते-होते स्मृति ईरानी सभी चैनलों पर छा गईं। भारतीय जनता पार्टी की सांसद मीनाक्षी लेखी इस बात से खफा हैं कि पिछले दिनों राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर हुई स्मृति ईरानी उसकी महत्वपूर्ण बैठक का पूरा फुटेज (कार्यकारिणी की बैठक बेंगलूरु में चल रही है) ले गईं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा गोवा के कैंडोलिम स्थित फैब इंडिया स्टोर के ट्रायल रूम में कथित तौर पर एक छुपा हुआ कैमरा पकड़े जाने के एक दिन बाद कंपनी ने शनिवार को कहा कि ट्रायल रूम सहित स्टोर में कहीं भी कोई छुपा हुआ कैमरा नहीं था।
विश्व कप ट्रॉफी वितरण समारोह से मुस्तफा कमाल को क्यों हटाया गया? आइसीसी ने यह फैसला क्यों किया इस पर कई तरह की बातें सामने आ रह़ी हैं। आइसीसी के सूत्रों का कहना है कि मुस्तफा कमाल विश्व कप के पुरस्कार वितरण समारोह का हिस्सा थे लेकिन मैच अधिकारियों की ईमानदारी पर सवाल उठाने और अपने बयान पर बने रहने के कारण उन्हें इस समारोह से हटाया गया।
दुनियाभर में सत्ता प्रतिष्ठानों की तरफ से दिए जाने वाले पुरस्कार हमेशा विवादों में रहे हैं। केंद्र में इस बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद पहली बार देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिये गए हैं। अगर पुरस्कार पाने वालों की फेहरिस्त पर नजर डाली जाए तो ऐसा लगता है कि अपने लोगों को उपकृत करने में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस से भी आगे चली गई है। इस बार भाजपा सरकार ने अपनी ही पार्टी के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को भारत रत्न दिया तो वाजपेई सरकार में उप प्रधानमंत्री रहे पार्टी नेता लाल कृष्ण आडवाणी को पद्म विभूषण दे डाला। इसी तरह नजर डालें तो पुरस्कार पाने वालों में ज्यादातर भाजपा के करीबी पत्रकार, कलाकार, वैज्ञानिक और नेता हैं।