‘गब्बर इज बैक’ का दर्शकों के साथ अक्षय को भी बेसब्री से इंतजार है। अक्षय की प्रतिष्ठा इस फिल्म के साथ जुड़ी हुई है। फिल्म के प्रदर्शन से पहले इससे जुड़ी खबरें तरह-तरह से सामने आती हैं
जब वह मेरे दफ्तर मिलने के लिए आए तो अचानक ही लगा कि मेरा दफ्तर भी विकलांग व्यक्ति के लिए कितना असुविधाजनक है। वह हथेलियों में हवाई चप्पल पहने हुए पूरी सहजता और जबर्दस्त आत्मविश्वास के साथ दफ्तर में आ चुके थे। तकरीबन लपकते हुए वह कुर्सी की ओर बढ़े।
बिहार के कोसी इलाके में तूफान की तबाही का मंजर अभी देख ही रहे थे कि अचानक पड़ोसी मुल्क नेपाल में आए भीषण भूकंप से यह पूरा इलाका ही थर्रा गया। सहरसा, पूर्णिया, सुपौल, मधेपुरा, कटिहार, अररिया आदि जिलों में तूफान के कहर के बाद यहां के लोगों को लग रहा था कि जन-जीवन सामान्य हो रहा है
जघन्य अपराध के मामले में किशोरों के खिलाफ वयस्क की तरह मुकदमा चलाने के लिए उनकी आयु सीमा 16 साल से कम करने के प्रस्ताव को सरकार ने मंजूरी दे दी है लेकिन अब इस प्रस्ताव की आलोचना की जा रही है।
अलग तरह की फिल्मों में काम करने के बाद अक्सर कलाकारों को काम का टोटा हो जाता है। लगभग सभी निर्माता-निर्देशक उन्हें उसी भूमिका में बांधना चाहते हैं जैसी भूमिका वह पहली फिल्म में कर चुके हैं। इस मामले में निमरत कौर भाग्यशाली हैं कि लंचबॉक्स फिल्म में एक सीधी-सादी गृहिणी की भूमिका निभाने के बाद भी वह अक्षय के साथ ग्लैमरस रोल में नजर आएंगी
हाल में आए विनाशकारी भूकंप ने बिहार में भी भारी तबाही मचाई है। बेशक, नेपाल पर आई आपादा कहीं ज्यादा भयानक है लेकिन वैश्विक छवि चमकाने के चक्कर में कहीं भारत सरकार अपने ही लोगों की अनदेखी न कर दे।
शनिवार को आए भूकंप से भारत में कुल 66 लोगों के मरने की पुष्टि हो चुकी है। बिहार में 51, यूपी में 9 और पश्चिम बंगाल में 3 लोग मारे गए हैं। पश्चिम बंगाल के मालदा में स्कूल की इमारत ढहने से 40 बच्चे घायल हो गए।
बिहार विधानसभा चुनावों की घोषणा में पांच महीने से भी कम के समय को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सवर्ण वोटरों को लुभाने का दांव चला है। नीतीश ने सवर्ण जातियों के गरीब छात्रों की पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति और नकद सहायता जैसे कदमों की घोषणा की है।
न्यायाधीशों की नियुक्ति की कॉलेजियम प्रणाली की जगह लेने वाले कानून की संवैधानिक वैधता पर सुनवाई के लिए गठित संविधान पीठ के समक्ष आज हितों के टकराव और पक्षपात का मुद्दा एक बार फिर उठा।
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने चार बागी नेताओं प्रशात भूषण, योगेंद्र यादव, प्रोफेसर आनंद कुमार और अजित झा को पार्टी विरोधी गतिविधियों का दोषी करार देते हुए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। आप को तोड़ने के बजाय सुधरने और सुधारने की मुहिम छेड़ने वाले इन नेताओं के निष्कासन के बाद दोनों खेमों के बीच घमासान तेज हो गया है। प्रशांत भूषण ने आम आदमी पार्टी को खाप करार दिया है जहां सिर्फ एक तानाशाह की बात सुनी जाती है। भूषण का कहना है कि उन लोगों को पार्टी से निकाले जाने की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी।