इस साल आइफा पुरस्कारों की मेजबानी रणवीर सिंह के साथ करने को लेकर उत्साहित अभिनेता अर्जुन कपूर को इस बात की खुशी है कि राम लीला के अभिनेता रणवीर के साथ उनके तालमेल को दर्शको ने पसंद किया है।
ईद पर सेवइंयों से ज्यादा बजरंगी भाईजान का इंतजार हो रहा है। दर्शक मनपसंद त्योहार का जिस तरह इंतजार करते हैं, उससे ज्यादा उन्हें सलमान खान की फिल्मों का इंतजार रहता है।
राहुल गांधी की सक्रियता ने भारतीय राजनीति का मौसम तो गर्म कर ही दिया है। अचानक राहुल गांधी विपक्ष के नेता की भूमिका में नजर आने लगे हैं। आजकल राहुल गांधी की भाषण शैली में आक्रामकता है, सरकार पर हमले कर रहे हैं। कांग्रेस भी और कांग्रेसी भी आशान्वित हो उठे हैं कि पार्टी फिर खड़ी हो उठेगी। प्रश्न ये है क्या, राहुल गांधी के सक्रिय हो जाने मात्र से पार्टी हाशिये से बाहर निकल पायेगी?
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को कहा कि बोफोर्स की तोपें अच्छी हैं। लेकिन उन्होंने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के उस बयान पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया जिसमें बोफोर्स कांड को मीडिया ट्रायल कहा गया है। एक स्वीडिश अखबार को दिए इंटरव्यू में प्रणव मुखर्जी ने कहा है कि बोफोर्स सौदे को घोटाला कहना उचित नहीं है। वह एक मीडिया ट्रायल था।
लोग अपनी गर्लफ्रेंड का किस पाने के लिए क्या-क्या जतन नहीं करते। एक बार उसके अधर चेहरे को छू जाएं इसके लिए नए-नए विचार अपनाते हैं। लेकिन फरहान अख्तर इन सबसे अलग हैं। वह एक कुत्ते को अपने चेहरे की ओर आकर्षित करने के क्या-क्या जतन करते रहे।
'स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ के मुख्य अभिनेता वरुण धवन और मुख्य अभिनेत्री आलिया भट्ट फिल्मकार करण जौहर की महत्वाकांक्षी फिल्म ‘शुद्धि’ में मुख्य अहम भूमिकाएं निभाएंगे।
चमचमाते कैमरों के बीच व्हील चेयर पर शशि कपूर जब पृथ्वी थियेटर के मंच पर अरुण जेटली से दादा साहेब फाल्के अवार्ड लेने आये, तो माहौल भावुक हो उठा। उनकी अभिनय यात्रा को उनके पौत्र रणवीर कपूर ने अपनी आवाज से जिंदा किया, तो सारा हॉल तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा। हर किस्म के किरदार में फिट और नए-नए तरह के किरदार निभाने का माद्दा रखने वाले रणवीर की हाल ही में नई फिल्म प्रदर्शित हुई है, बॉम्बे वेल्वेट। अनुष्का के संग उनकी जोड़ी खूब जमी है। फिल्मी दुनिया में दो कलाकारों के बीच के सामंजस्य का बहुत फर्क पड़ता है। यही केमेस्ट्री बाद में दोनों कलाकारों को फायदा पहुंचाती है। इन दोनों कलाकारों ने दिल से बताए फिल्मी दुनिया के अपने खट्टे मीठे अनुभव
अनुराग कश्यप अपनी फिल्में अंधेरा बुनते हैं। ऐसा अंधेरा जिससे सभी का साबका पड़ता है। लेकिन सभी दौड़ते हुए इसलिए आगे निकल जाते हैं कि शायद आगे रोशनी की किरणें हों। अनुराग फिल्मों के सिरे इतनी आसानी से पकड़ में नहीं आते कि दर्शक उन्हें पकड़ कर फिल्मों की परद में घुसता चला जाए।