Advertisement

Search Result : "रेव पार्टी"

गजेंद्र ने सत्ता, सिस्टम और राजनीति का मुंह नोंच लिया !

गजेंद्र ने सत्ता, सिस्टम और राजनीति का मुंह नोंच लिया !

ये आंकड़ा हर किसी को पता है कि इस देश में 1995 से अब तक साढ़े तीन लाख किसानों-खेतिहर मजदूरों ने आत्महत्या की है। दैनिक औसत निकालें तो 50 लोग हर रोज जान दे रहे हैं। 20 साल में देश की सत्ता और सिस्टम इन मौतों के जिम्मेदारों की शिनाख्त नहीं कर पा रही है। चूंकि, शिनाख्त नहीं हुई इसलिए आगे की कार्रवाई की भी जरूरत नहीं। एक खेल चल रहा है जिसमें राजनीतिक दल एक-दूसरे को निशाना बना रहे हैं। उनका ध्यान समस्या ओर उसके समाधान पर नहीं है, बल्कि खुद को दूसरों से उजला, ईमानदार और संवेदनशील दिखाने पर है। ऐसे में कोई गजेंद्र मरे तो मरता रहे, उनकी बला से।
गजेंद्र की खुदकुशी पर सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा

गजेंद्र की खुदकुशी पर सोशल मीडिया पर फूटा गुस्सा

देश की संसद से महज चंद किलोमीटर दूर जंतर-मंतर पर राजस्थान के किसान गजेंद्र सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। तंगहाली और गरीबी से तंग गजेंद्र की मौत का तमाशा देखते रहे सभी। हजारों की तादाद में वहां लोग और पुलिसक्रमी मौजूद थे। सभी ने गजेंद्र को पेड़ पर चढ़ते हुए देखा और आत्महत्या की तैयारी करते हुए भी। देखते ही देखते गजेंद्र फंदे से झूल गया और चंद सेकेंड में उसके प्राण पखेरू उड़ गए। उस वक्त आप के तमाम बड़े नेता मंच पर मौजूद थे लेकिन भाषणबाजी का सिलसिला जारी रहा। सोशल मीडिया पर इस शर्मनाक घटना को लेकर जहां नेता, किसानों की बरबाद फसलों और मौतों पर अपनी रोटियां सेंक रहे हैं वहीं आम इंसान गजेंद्र की आत्महत्या से बेहद गुस्से में है।
वसुंधरा के खिलाफ नारेबाजी कर रहा था मृतक किसान

वसुंधरा के खिलाफ नारेबाजी कर रहा था मृतक किसान

जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी की रैली में आत्महत्या करने वाला किसान गजेंद्र सिंह राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खिलाफ नारेबाजी कर रहा था। गोंडा से आए किसान दिग्गज सिंह और उनके साथियों के अनुसार वह बोल रहा था ‘ वसुंधरा राजे मुर्दाबाद’ ।
आप रैली में किसान आत्महत्या

आप रैली में किसान आत्महत्या

आज जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी की रैली में आत्महत्या करने वाला व्यक्ति राजस्थान के दौसा जिले का रहने वाला किसान गजेंद्र सिंह था। मौजूद लोगों के अनुसार उसकी उम्र लगभग 50 वर्ष थी।
भूमि अधिग्रहण पर आंदोलन करेगी आप

भूमि अधिग्रहण पर आंदोलन करेगी आप

आम आदमी पार्टी ने बुधवार को चेताया कि केंद्र अगर विवादित भूमि विधेयक पर आगे बढ़ता है तो पार्टी उसके खिलाफ अपने आंदोलन का दायरा बढ़ाएगी। वहीं पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस विधेयक के विरोध में यहां एक रैली आयोजित कर रहे हैं।
बागियों के निष्‍कासन के बाद स्‍वराज अभियान का क्‍या होगा

बागियों के निष्‍कासन के बाद स्‍वराज अभियान का क्‍या होगा

नई दिल्‍ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने चार बागी नेताओं प्रशात भूषण, योगेंद्र यादव, प्रोफेसर आनंद कुमार और अजित झा को पार्टी विरोधी गतिविधियों का दोषी करार देते हुए पार्टी से निष्‍कासित कर दिया है। आप को तोड़ने के बजाय सुधरने और सुधारने की मुहिम छेड़ने वाले इन नेताओं के निष्‍कासन के बाद दोनों खेमों के बीच घमासान तेज हो गया है। प्रशांत भूषण ने आम आदमी पार्टी को खाप करार दिया है जहां सिर्फ एक तानाशाह की बात सुनी जाती है। भूषण का कहना है कि उन लोगों को पार्टी से निकाले जाने की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी।
‘ अब स्वराज अभियान तेज होगा ’

‘ अब स्वराज अभियान तेज होगा ’

देर रात आम आदमी पार्टी के चार सदस्यों को पार्टी से निकाले जाने का स्वराज अभियान पर कोई असर नहीं होगा। आम आदमी पार्टी के बागी गुट एक वरिष्ठ सदस्य बताते हैं कि ‘ अच्छा हुआ निकाल दिया, नहीं तो फालतू बातों के जबाव देने के लिए समय खराब हो रहा था। अब कम से कम हम स्वराज अभियान पर पूरा ध्यान दे सकेंगे और काम तेजी से करेंगे। ’
कारण बताओ नोटिस को योगेंद्र यादव ने मजाक बताया

कारण बताओ नोटिस को योगेंद्र यादव ने मजाक बताया

पार्टी से निष्कासन निकट होने के साथ आप के बागी नेता योगेंद्र यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया के जरिए पार्टी पर हमला बोलते हुए उन्हें मिले कारण बताओ नोटिस को मजाक करार दिया।
राहुल की वापसी से क्या कांग्रेस को वापस मिलेगी जमीन

राहुल की वापसी से क्या कांग्रेस को वापस मिलेगी जमीन

आखिरकार राहुल गांधी की घर वापसी हो गई। अब कल वह किसानों के बीच पार्टी की क्या दशा-दिशा तय करेंगे। इसकी तैयारी में कांग्रेस पार्टी का सारा नेतृत्व जुटा हुआ है। कई नेताओं ने बताया कि अब पार्टी में एक जान का संचार होगा और वह नई ऊर्जा के साथ किसानों के बीच भू-अधिग्रहण पर जाएगी।
Advertisement
Advertisement
Advertisement