रेल का चक्का दौड़ाने में पुरूषों से कम नहीं हैं महिलाएं कभी घर की चौखट से बाहर नहीं निकलने वाली महिलाएं अब भारतीय रेल का चक्का दौड़ाने में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं।
गर्मियों की छुट्टियां आते ही घूमने जाने की योजनाएं परवान चढऩे लगती हैं। बोरिया-बिस्तर बांधा, इंटरनेट पर कुछ खोजा-समझा और चल दिए घूमने। कभी यह भी नहीं सोचा कि वहां जाने के लिए मौसम अच्छा है या नहीं या फिर जिन सुविधाओं या मस्ती के लिए जा रहे हैं वह वहां मिलेगी या नहीं
कोलकाता में चिकित्सक सर्जरी करने और शरीर में किसी ऐसी जगह जहां मानवीय हाथ पहुंचने में परेशानी हो, वहां पांच मिलीमीटर के रोबोटिक हाथों का इस्तेमाल कर रहे हैं।