नेपाल के पूर्व नरेश ज्ञानेंद्र शाह ने पिछले एक दशक से अपने महल के बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है। पूर्व नरेश पर जुर्माने के साथ अब 70,000 डॉलर का बिजली बिल बकाया हो गया है।
तो क्या इसे यह समझा जाए कि राज ठाकरे ने शाहरूख खान को परोक्ष रूप से समर्थन दे दिया है। राज ठाकरे ने ‘राज’ यानी शाहरूख खान की आने वाली फिल्म दिलवाले से खुद को अलग कर लिया है।
देश में गोमांस पर छिड़ी बहस के बीच जयपुर में गाय को बचाने का संदेश देने वाली कलाकृति पर विवाद खड़ा हो गया। इस मामले में पुलिस ने दो कलाकारों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, बाद में खुद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घटना पर खेद व्यक्त किया है।
वसुंधरा राजे की राजस्थान सरकार ने उस आदेश को रद्द कर दिया है जिसमें जयपुर के जवाहर कला केंद्र की गवर्निंग बॉडी में भारतीय मूल के ब्रिटिश मूर्तिकार अनीश कपूर को शामिल किया गया था। कपूर ने हाल ही में मोदी सरकार के शासन को हिंदू तालिबान करार देते हुए ब्रिटिश अखबार में एक लेख लिखा था। दो दिन पहले ही भाजपा शासित राजस्थान सरकार ने उन्हें बोर्ड में नामित किया था, जिसका भाजपा के भीतर ही काफी विरोध हुआ।
अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन ने सीबीआई अधिकारियों से पूछताछ के दौरान कई राज उगले हैं। इसमें दाउद इब्राहिम और मुंबई पुलिस के खिलाफ ज्यादा है। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक राजन ने मुंबई के उन पुलिस अधिकारियों के नाम भी बताएं हैं जो दाउद के लिए काम करते थे।
गाय को पवित्र कब से माना गया और क्यों माना गया, यह व्यापक विवाद और विमर्श का विषय है। इस बात पर भी भयंकर मतभेद है कि प्राचीन सभ्यताएं गोमांस को स्वीकृति देती थीं और भारत के आदिकालीन निवासी अपने खान-पान में उसे शामिल करते थे। आर्ष ग्रंथों में आई उन बातों को भी अब कोई नहीं सुनता है कि किसी जमाने में गौमेध यज्ञ भी हुआ करते थे। अब जब गाय को पवित्र मान कर उसे मां का दर्जा दे ही दिया गया है और उसे आस्था की वस्तु बनाकर आलोचना से परे रख दिया गया है तो उस पर बहस की कोई गुंजाईश रही ही कहां है। अब तो ‘वन्दे धेनुमातरम‘ और ‘जय गोमाता‘ कहो, गोकथा कराओ, गोदूध महोत्सव मनाओ, गोशाला चलाओ, गोमंदिर बनाओ, गोकुल धाम निर्मित करो और गोअनुसंधान एवं गोरक्षा के नाम पर तरह-तरह के संगठन और सेनाएं बनाकर जमकर हंगामा मचाओ। आज गाय के नाम पर सब कुछ जायज है क्योंकि गाय हमारी माता है, गाय की रक्षा करना हमारा धर्म है, यह पुण्य का काम है।
इंडोनेशिया के बाली में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन गिरफ्तारी के समय जब मुस्कुरा रहा था हर कोई उसकी मुस्कुराहट का राज जानना चाह रहा था। अगर खुफिया सूत्रों पर भरोसा किया जाए तो राजन की मुस्कुराहट का राज उसकी रणनीति थी जिसमें वह सफल हो गया।
नए जमाने की कहानियां अब इतने नए जमाने की हो गई हैं कि यह फिल्में सिर्फ एक खास पीढ़ी को ही अच्छी लग सकती हैं। प्यार का पंचनामा का पहला भाग भी ठीक ठाक चल गया था तो इसका सीक्वेल भी अच्छा चल जाने की पूरी उम्मीद है। पूरे देश के विश्वविद्यालय के छात्र भी अगर इस फिल्म को देख लेंगे तो निर्माता के पूरे पैसे वसूल हो जाएंगे।