साहित्य अकादेमी की ‘राष्ट्रीय भावात्मक एकता: भारतीय भाषा और साहित्य के संदर्भ में’ विषयक दो दिवसीय संगोष्ठी के समापन पर कपिल कपूर ने कहा, भारत का एकत्व ज्ञान की परंपरा के कारण ही है।
उर्दू जबान की तरक्की के लिए फिक्रमंद साहित्यकारों और शिक्षाविदों का मानना है कि इस भाषा को सिर्फ मुसलमानों की जबान के तौर पर पेश कर एक दायरे में सीमित करने की कोशिशें की जा रही हैं जबकि असलियत यह है कि यह पूरे देश में और विभिन्न समुदायों में बोली जाती है और इसके विकास में सभी का अहम योगदान है। इसके अलावा उर्दू और हिंदी छोटी और बड़ी बहने हैं और इनमें आपस में कोई टकराव नहीं है।
ज्ञानपीठ तथा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित पंजाबी साहित्यकार प्रोफेसर गुरदयाल सिंह (83) का बठिंडा के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। सोशल मीडिया पर गुरुदयाल सिंह को कुछ इस प्रकार याद किया गया-
विख्यात गायिका शुभा मुद्गल को 23वां राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। शुभा मुद्गल को यह पुरस्कार सांप्रदायिक भाईचारा, शांति एवं सौहार्द को बढ़ावा देने में उनके अप्रतिम योगदान के लिए दिया जाएगा।
वरिष्ठ पत्रकार, कवि, अनुवादक और समालोचक नीलाभ अश्क का लंबी बीमारी के बाद शनिवार की सुबह निधन हो गया। नीलाभ जाने-माने साहित्यकार उपेंद्र नाथ अश्क के बेटे थे।