12 जुलाई को उत्तरप्रदेश विधानसभा में 150 ग्राम संदिग्ध पाउडर मिलने का खुलासा हुआ। जिसके बाद लखनऊ के फारेंसिक लैब ने फॉरेंसिक जांच मे विस्फोटक मिलने की पुष्टि की थी।
राजौरी गार्डन उपचुनाव और दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की नाकामी के बाद जो लोग केजरीवाल की राजनीति को खत्म मान चुके थे, बवाना का नतीजा उनकी राय बदलने के लिए काफी है।
उत्तर प्रदेश की विधानसभा में मिला संदिग्ध पाउडर विस्फोटक नहीं था। इसका खुलासा आगरा फॉरेंसिक लैब की जांच के बाद सामने आई एक्सप्लोसिव रिपोर्ट में हुआ है। आगरा लैब में जांच से पहले राज्य सरकार की तरफ से बताया गया था कि विधानसभा में मिला संदिग्ध पाउडर PETN विस्फोटक है।