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Search Result : "विरोध-प्रदर्शन"

लालू के टमटम के विरोध में  पशुप्रेमी

लालू के टमटम के विरोध में पशुप्रेमी

बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए टमटम का उपयोग करने वाले राष्‍ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव लिए मुसीबत बन सकता है। पशुओं के साथ नैतिक व्यवहार के पक्षधर संगठन पेटा (पीपुल फॉर द इथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनीमल) ने टमटम से प्रचार के विरोध में चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।
व्‍यापमं पर शांता कुमार के विरोध से भाजपा में बवाल

व्‍यापमं पर शांता कुमार के विरोध से भाजपा में बवाल

भाजपा के वरिष्ठ नेता शांता कुमार ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर पार्टी के अंदर खलबली मचा दी है। शाह को लिखी चिट्ठी मेे शांता कुमार ने व्यापमं घोटाले को लेकर सवाल उठाए हैं।
गजेंद्र चौहान के विरोध में उतरी बॉलीवुड की कई हस्तियां

गजेंद्र चौहान के विरोध में उतरी बॉलीवुड की कई हस्तियां

एफटीआईआई के अध्यक्ष पद से गजेंद्र चौहान को हटाने की मांग करने वालों में राजकुमार राव, अमोल पालेकर और सुधीर मिश्रा सरीखी हस्तियां भी शामिल हो गई हैं। उन्होंने कहा कि चौहान में प्रतिष्ठित संस्थान की अध्यक्षता करने की क्षमता नहीं है।
शिवराज के विरोध में सहरिया बच्चों ने खाए अंडे

शिवराज के विरोध में सहरिया बच्चों ने खाए अंडे

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आंगनबाड़ी में अंडे न दिए जाने के फैसले के विरोध में सहरिया समुदाय के 100 से अधिक बच्चों ने खाए अंडे
सरकार को झटका, अनुपम खेर भी गजेंद्र के विरोध में

सरकार को झटका, अनुपम खेर भी गजेंद्र के विरोध में

मशहूर अभिनेता अनुपम खेर भी पुणे स्थित फिल्म प्रशिक्षण संस्‍थान (एफटीआईआई) के विवाद में कूद पड़े हैं। उन्होंने कहा है कि इसके प्रमुख के रूप में एक ज्यादा योग्य व्यक्ति की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने इस सरकारी संस्थान को एक स्वायत्त संस्था के रूप में तब्दील करने के विचार का भी समर्थन किया।
प्रफुल्ल बिदवईः जनपक्षधर पत्रकारिता की मिसाल

प्रफुल्ल बिदवईः जनपक्षधर पत्रकारिता की मिसाल

प्रफुल्ल बिदवई विलक्षण प्रतिभा के धनी पत्रकार, प्रवक्ता, बुद्धिजीवी और कार्यकर्ता थे। उनका अकस्मात हमारे बीच से चले जाना जनतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और शांति आंदोलनों के लिए एक बड़ा झटका है। आज के विपरीत समय में अपनी बेबाक शैली, सुव्यवस्थित विश्लेषण और दुस्साहस के स्तर तक जोखिम उठाने की क्षमता के चलते वे अनेक युवा और आदर्शवादी पत्रकारों के प्रेरणास्रोत रहे। उनकी वैज्ञानिक और संपूर्ण दृष्टि तथा ऐतिहासिक बोध, उनकी विश्लेषण क्षमता का मूल मंत्र रहा। इसी ने उन्हें हमेशा खास बनाए रखा और जीवनभर उनकी लेखनी की चमक यूं ही बनी रही।
क्यों नहीं हिली पवार की कुर्सी?

क्यों नहीं हिली पवार की कुर्सी?

महाराष्ट्र की राजनीति में भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना भले ही मिलकर सरकार चला रहे हों मगर अब यह साफ हो चुका है सहयोग का यह भाव सिर्फ सरकार चलाने तक ही सीमित है। हकीकत यह है कि दोनों पार्टियां एक दूसरे को पटकनी देने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं।
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