फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रंकोइस होलांद ने देश में आर्थिक आपातकाल की घोषणा की है और कहा है कि अब फ्रांस की अर्थव्यवस्था और सामाजिक मॉडल को नए सिरे से सुधारने का वक्त आ गया है।
देश के अहम मुस्लिम संगठनों की प्रतिनिधि संस्था, ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस ए मुशावरत का मानना है कि मुसलमानों के लिए शिक्षा क्षेत्र में आरक्षण की बेहद जरूरत है। मुशावरत ने विभिन्न क्षेत्रों में मुसलमानों के पिछड़ेपन की वजह अब तक की सरकारों की नीतियों को बताया है।
दिल्ली पुलिस के पूर्व आयुक्त नीरज कुमार का दावा है कि अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का भारत सरकार से एक विशेष संबंध है। लंबे समय से फरार चल रहे अंडरवर्ल्ड सरगना छोटा राजन को पिछले साल नवंबर में बाली से निर्वासित कर भारत लाया गया था। कभी दाऊद का सहयोगी रहा छोटा राजन इस समय तिहाड़ जेल में बंद है।
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने जब नाग देवी बाजार में नकली पार्ट्स-पुर्जे बनाने वाली कंपनियों पर छापे मारे तो दिल्ली तक हड़कंप मच गया। दरअसल, एसकेएफ और एफएजी नामक कंपनियों के दिल्ली मुख्यालय में कई दिनों से शिकायतें मिल रही थीं कि उनके नकली पार्ट्स बाजार में बिक रहे हैं। टैक्ट इंडिया की टीम द्वारा इसकी पुष्टि होने पर मुंबई पुलिस ने नाग देवी बाजार में कई ठिकानों पर छापे मारकर लगभग एक करोड़ रुपये के नकली माल बरामद किए। उल्लेखनीय है कि नाग देवी बाजार देश के मैकेनिकल पार्ट्स की 80 प्रतिशत जरूरतें पूरी करता है।
प्रस्तावित वस्तु एवं सेवा कर कानून से उत्पादक राज्यों की तुलना में उपभोक्ता राज्यों को अधिक लाभ मिलेगा और इसके लागू होने से जीडीपी में दो प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है लेकिन संसद के मौजूदा सत्र में यह विधेयक कई अन्य महत्वपूर्ण विधेयकों के साथ ही अधर में लटक चुका है।
रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर सी. रंगराजन ने कहा कि अंतर-राज्यीय बिक्री पर एक प्रतिशत का अतिरिक्त कर लगाना वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की भावना के अनुरूप नहीं है और इसे लागू नहीं किया जाना चाहिए।
अभी तक हर मंच पर देश के आर्थिक विकास के बड़े दावे करने वाली सरकार ने अब आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान में बड़ी कटौती की है। इसके लिए अब सरकार देश में कमजोर मानसून का हवाला दे रही है हालांकि हाल तक सरकार ये दावा कर रही थी कि कमजोर मानसून से आर्थिक विकास पर बहुत ज्यादा अंतर नहीं पड़ने वाला है।
दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर से निपटने के लिए सख्त कदम उठाते हुए उच्चतम न्यायालय ने आज 2000 सीसी से अधिक क्षमता के इंजन वाली डीजल एसयूवी और कारों के दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पंजीकरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया है। फिलहाल यह रोक अगले साल 31 मार्च तक के लिए लगाई गई है। इसके अलावा पीठ ने एक और अहम निर्देश देते हुए 2005 से पहले के पंजीकृत वाणिज्यिक वाहनों के दिल्ली में प्रवेश करने पर भी रोक लगा दी है।