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विश्व कप: पहले मैच में हारा श्रीलंका

विश्व कप: पहले मैच में हारा श्रीलंका

विश्व कप के पहले मैच से ही उलटफेर का आगाज हो चुका है। जैसी कि आशंका थी आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की उछाल और स्विंग लेती पिच पर दक्षिण एशियाई टीमों का खेलना मुश्किल हो जाएगा, न्यूजीलैंड ने अपनी जमीन पर श्रीलंका को 98 रनों के बड़े अंतर से धो डाला।
विश्व कप: भारत-पाक मैच का मनोविज्ञान

विश्व कप: भारत-पाक मैच का मनोविज्ञान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिकेट वर्ल्ड कप से ठीक पहले सार्क देशों के नेताओं के साथ संपर्क साधा और क्रिकेट पर चर्चा की। भारत के अलावा पाकिस्तान, बांगलादेश, श्रीलंका और अफ़ग़ानिस्तान की टीमों को उन्होंने शुभकामनाएं भेजीं। पाकिस्तान के साथ सचिव स्तर की बातचीत दुबारा शुरु होने के संकेत फिर से मिलने लगे हैं और इसे क्रिकेट कूटनीति की जीत के रूप में देखा जाने लगा है।
भारत रंग महोत्सव में सियासत का भी रंग

भारत रंग महोत्सव में सियासत का भी रंग

दिल्ली में चल रहे भारत रंग महोत्सव की शुरुआत इस बार चुनावी सरगर्मियों के बीच हुई। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा आयोजित रंगमंच के इस सबसे बड़े उत्सव को ठंड और कोहरे के प्रकोप से बचाने के लिए इस बार एक महीने आगे सरकाया गया था। लेकिन वक्त की तब्दीली ने इसे दिल्ली चुनाव के ऐन बीच ला पटका।
विश्व कपः क्वालीफाइंग दौर में नेपाल से खेलेगा भारत

विश्व कपः क्वालीफाइंग दौर में नेपाल से खेलेगा भारत

भारत रूस में होने वाले फीफा विश्व कप 2018 के पहले क्वालीफाइंग दौर के मुकाबले में नेपाल से खेलेगा। क्वालीफाइंग दौर के डा आज कुआलालम्पुर स्थित एएफसी मुख्यालय में निकाले गए।
कब बनेगी टीम इंडिया?

कब बनेगी टीम इंडिया?

पूर्व क्रिकेटर बिशन सिंह बेदी अब तक टीम इंडिया का चुनाव न होने से हैरान हैं। बेदी का मानना है कि विश्व कप में दस दिन से भी कम समय बचा है और भारत अपनी मुख्य टीम की पहचान तक नहीं पा रहा है। इससे टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है।
पस्त हौसलों के साथ भिड़ेंगे भारत-पाक

पस्त हौसलों के साथ भिड़ेंगे भारत-पाक

दोनों टीमें पूल बी के दूसरे मैच में 15 फरवरी को होंगी आमने-सामने, लेकिन इंग्लैंड और न्यूजीलैंड से हार के कारण बल्लेबाजी और गेंदबाजी लय में नहीं दिख रही हैं
एक ही सिक्का संस्कृति का

एक ही सिक्का संस्कृति का

धर्म, आस्था, बाजार, स्त्री यौनिकता और संस्कृति- इन तमाम पहलुओं पर प्रतिगामी और प्रगतिशील सोच में टकराहट तेज हुई है। आक्रामकता, धर्मांधता, अंधविश्वास, बहुसंख्यकवाद और स्त्री विरोधी चेतना का क्रमश: बोलबाला हो रहा है।
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