दिल्ली सरकार सम-विषम योजना फिर से शुरू करने को लेकर इस सप्ताह के बाद एक आकलन बैठक का आयोजन करेगी जबकि सूत्रों ने संकेत दिया कि कारों की संख्या में कमी लाने वाली इस योजना का तीसरा चरण स्कूलों में सर्दी की छुट्टियों के दौरान शुरू किया जा सकता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कल कहा था कि आप सरकार सम-विषम योजना फिर से लाने की संभावना पर विचार कर रही है।
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए लागू की गई सम-विषम योजना के दूसरे चरण में एक से 15 अप्रैल के मुकाबले 15 से 30 अप्रैल के बीच प्रदूषण के स्तर में करीब 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण पर काबू पाने के लिए शुरू की गई दिल्ली सरकार की महत्वाकांक्षी सम-विषम योजना की सोमवार को संसद में तीखी आलोचना की गई और सदस्यों ने आरोप लगाया कि इसका मकसद सांसदों को अपमानित करना है।
संसद का सत्र कल से शुरू हो रहा है। दिल्ली सरकार ने कहा है कि वह सांसदों को संसद पहुंचाने के लिए छह वातानुकूलित विशेष बसें चलाएगी। दिल्ली सरकार ने सांसदों से सम विषम योजना का पालन करने की अपील की है।
दिल्ली सरकार ने आज छह सदस्यीय एक समिति का गठन किया जो स्कूलों के खुले होने और गर्म मौसम के सम-विषम योजना पर प्रभाव का अध्ययन करेगी। सम-विषम योजना के दूसरे चरण के दौरान सड़कों पर ट्रैफिक में कमी न आने के बाद सरकार ने यह अध्ययन कराने का फैसला किया।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सम-विषय के दूसरे चरण की असली परीक्षा कल से शुरू होनी है, जब सभी स्कूल और कार्यालय खुल जाएंगे। साथ ही अपनी मांगों को लेकर ऑटो, टैक्सी संघ के हड़ताल के आयोजन से भी सार्वजनिक परिवहन पर लोगों का खासा जोर रहेगा। दूसरे चरण को 15 अप्रैल से दो सप्ताह के लिए लागू किया गया है।
भाजपा की दिल्ली इकाई ने आज से शुरू किए गए सम-विषम योजना के दूसरे चरण को लेकर अरविंद केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है और आरोप लगाया कि इस योजना की वजह से शहर के लोगों को रामनवमी के अवसर पर मंदिर जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।