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तमिलनाडु में भारी बारिश से जीवन अस्त व्यस्त, 55 लोगों की मौत

तमिलनाडु में भारी बारिश से जीवन अस्त व्यस्त, 55 लोगों की मौत

उत्तर-पूर्वी मॉनसून के प्रभाव के कारण तमिलनाडु के कई हिस्सों में शुक्रवार को भी बारिश जारी है। बारिश के कारण अब तक राज्य में 55 लोगों की मौत हो चुकी है। बुधवार की रात से जारी भारी बारिश से शहरों, उपनगरों और ग्रामीण इलाकों में सामान्य जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश की वजह से रेल और सड़क यातायात बाधित है।
हिंदूबहुल इलाका खुलना और काफिर का ब्रांड

हिंदूबहुल इलाका खुलना और काफिर का ब्रांड

कोलकाता से जब भारतीय सीमा के आखरी गांव बॉनगांव में रात रूकी तो कई बार एक ही सवाल पूछा गया, ‘बांग्लादेश क्यों जा रही हैं? वहां तो कुछ नहीं है।’ जवाब में ‘घूमने’ कहने पर लोगों की प्रतिक्रिया ऐसी होती थी जैसे कहना चाह रहे हों, ‘बेवकूफ।’
राजद के बिहार बंद से जीवन हुआ अस्त-व्यस्त

राजद के बिहार बंद से जीवन हुआ अस्त-व्यस्त

सोमवार को राजद द्वारा किए गए बिहार बंद के चलते पूरे बिहार में आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया। राजधानी पटना में इस बंद का खासा असर देखा गया। दुकानें, शैक्षणिक संस्थानों को जबरन बंद कराए जाने और कई ट्रेनों का परिचालन बाधित कर दिए जाने के कारण पूरे बिहार में आम जीवन प्रभावित रहा। पटना में लालू यादव बंद का नेत़त्व करते हुए पार्टी नेताओं के साथ गिरफ्तार कर लिए गए।
कश्मीर में फिर बाढ़ के हालात

कश्मीर में फिर बाढ़ के हालात

भारी बारिश के कारण श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के संगम इलाके में सोमवार को झेलम नदी में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के कारण आपात उपायों के तहत एनडीआरएफ की 100 सुरक्षाकर्मियों की दो टीमों को जम्मू कश्मीर के लिए रवाना किया गया है। इस बीच राज्य सरकार ने कश्मीर में बाढ़ की घोषणा कर दी है। कश्मीर घाटी पिछले वर्ष भीषण बाढ़ झेल चुकी है।
राजस्थान में लगातार ईसाई समुदाय पर हमले

राजस्थान में लगातार ईसाई समुदाय पर हमले

देशभर में ईसाईयों के खिलाफ हो रहे हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी कड़ी में राजस्थान के आदिवासी इलाकों में हर दिन ईसाईयों के खिलाफ कुछ न कुछ घटनाएं सामने आ रही हैं। नागरिक अधिकार संगठन पीयूसीएल की हाल ही में आई रिर्पोट के अनुसार उदयपुर जिले मे ईसाईयों के खिलाफ गंभीर मामले सामने आए हैं। इन्हें इनके पूजा करने के संवैधानिक अधिकार तक से वंचित किया जा रहा है। आदिवासी ईसाईयों को भयभीत किया जा रहा है।
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