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Search Result : "व्यापार घाटा"

मैट पर कर संधि लाभ चाहती हैं विदेशी कंपनियां

मैट पर कर संधि लाभ चाहती हैं विदेशी कंपनियां

कर विशेषज्ञों ने कहा है कि वित्त मंत्री अरूण जेटली की विदेशी कंपनियों की कुछ आय पर मैट में छूट की घोषणा से विदेशी कंपनियों को राहत जरूर मिली है लेकिन सरकार को पिछले बकाये के लिए कर संधि लाभों के बारे में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
केयर्न इंडिया से लगा वेदांता को झटका

केयर्न इंडिया से लगा वेदांता को झटका

दुनिया भर में पेट्रोलियम पदार्थों के गिरते दामों की शिकार भारत में अनिल अग्रवाल के नेतृत्व वाली वेदांता लिमिटेड भी हो गई है। एक सप्ताह पहले तक सेसा स्टरलाइट के नाम से जानी जाने वाली कंपनी ने भारतीय कारोबारी जगत में अब तक के सबसे बड़े करीब 20 हजार करोड़ रुपये के गुडविल नुकसान की घोषणा की है।
जलमार्ग विधेयक 20 अप्रैल को संसद में होगा पेश

जलमार्ग विधेयक 20 अप्रैल को संसद में होगा पेश

देश की 101 नदियों को परिवहन के लिये इस्तेमाल करने के प्रावधान वाले अंतरराज्यीय जलमार्ग विधेयक को 20 अप्रैल को संसद में पेश किया जायेगा। इससे जलमार्ग के जरिए व्यापार और सुलभ हो जाएगा।
वर्ण व्यवस्था में व्यापारियों को तवज्जो नहीं: यशवंत सिन्हा

वर्ण व्यवस्था में व्यापारियों को तवज्जो नहीं: यशवंत सिन्हा

पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा का कहना है कि भारत में व्यापार की पुरानी और लंबी परंपरा रही है लेकिन हमारी वर्ण व्यवस्था में व्यापारियों को ज्यादा तवज्जो नहीं दी गई। कल यहां एक संस्थान के दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हड़प्पा काल से हम व्यापार कर रहे हैं, लेकिन हमारी वर्ण व्यवस्था में व्यापार करने वालों -वैश्यों को काफी नीचे रखा गया है। उन्हें शूद्रों से ठीक ऊपर तीसरे क्रम पर रखा गया है।
ई-कॉमर्स और सेवाओं के जरिये निर्यात दोगुना करने का लक्ष्य

ई-कॉमर्स और सेवाओं के जरिये निर्यात दोगुना करने का लक्ष्य

केंद्र सरकार ने बुधवार को जिस नई विदेश व्यापार नीति की घोषणा की है उसमें अगले पांच वर्षों में निर्यात को दोगुना कर 900 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है। नई नीति में कृषि उत्पादों के निर्यात को अधिक प्रोत्साहनों की घोषणा की गई है।
भुवनेश्वर में हिंद महासागर से जुड़े देशों का सम्मेलन

भुवनेश्वर में हिंद महासागर से जुड़े देशों का सम्मेलन

हिंद महासागर के किनारे बसे समुद्री देशों की संस्कृति, सभ्यता और व्यापार को मजबूत करने के लिए बीस देशों के प्रतिनिधियों ने आह्वान किया है कि एकजुट होकर काम करें तो सबका विकास होगा। भुवनेश्वर में पहली बार हिंद महासागर के तटीय देशों के बीच व्यापार सुगमता सुलभ करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में वक्ताओं ने अतीत के अनुभवों से भविष्य को संवारने पर बल दिया।
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