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Search Result : "शिवसेना का मुखपत्र सामना"

भाजपा ने कन्हैया को हीरो बना दिया: शिवसेना

भाजपा ने कन्हैया को हीरो बना दिया: शिवसेना

शिवसेना ने जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार को मुफ्त प्रसिद्धि दिलाने के लिए भाजपा पर आज परोक्ष हमला करते हुए पूछा कि कन्हैया को इतने कम समय में जमानत कैसे मिल गई जबकि देशद्रोह के अन्य आरोपी अब भी जेल की सलाखों के पीछे हैं।
उपचुनाव में सपा को झटका, तीन में से दो सीटों पर हारी

उपचुनाव में सपा को झटका, तीन में से दो सीटों पर हारी

उत्तर प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणामों में आज सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) को झटका लगा और उसे तीन में से दो पर हार का सामना करना पड़ा है। गौरतलब है कि आठ राज्यों की 12 सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव हुए थे।
इस्लामी राज्य में परिवर्तित हो गया है उत्तरप्रदेश: शिवसेना

इस्लामी राज्य में परिवर्तित हो गया है उत्तरप्रदेश: शिवसेना

पाकिस्तान के गजल गायक गुलाम अली का कार्यक्रम लखनउ में आयोजित किए जाने की वजह से अखिलेश यादव सरकार पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने उत्तरप्रदेश को इस्लामी राज्य करार दिया और आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने तुष्टीकरण की राजनीति के लिए राष्ट्र विरोधी कारोबार शुरू कर दिया है।
चर्चाः कहां हैं धर्म के रखवाले | आलोक मेहता

चर्चाः कहां हैं धर्म के रखवाले | आलोक मेहता

सीताराम, राधेश्याम, लक्ष्मीपति विष्‍णु, शिव-पार्वती की जयकार के साथ धर्म ध्वजा फहराने वाले धर्मगुरु, नेता, समाजसेवी की आवाज अहमदाबाद-पुणे में क्यों नहीं सुनाई दी? ब्रह्मांड न सही, विश्व हिंदू परिषद के गरजने वाले नेता तिलक और कमंडल के साथ मातृशक्ति के लिए मैदान में ‘संकीर्ण’ और सत्ता व्यवस्‍था के समक्ष खड़े क्यों नहीं दिखाई दिए?
ब्रिटेन से सीखो, बंद करो उर्दू और अरबी की पढ़ाई: शिवसेना

ब्रिटेन से सीखो, बंद करो उर्दू और अरबी की पढ़ाई: शिवसेना

शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ब्रिटेन की सरकार से सीखने की नसीहत दी है, जिसने ब्रिटेन में अपने पति के साथ जीवनसाथी वीजा पर रह रहीं महिलाओं को अंग्रेजी न बोल पाने पर उनके देश वापस भेजने की चेतावनी दी है। इसके साथ ही शिवसेना ने यह भी कहा है कि भारत के मदरसों में पढ़ाई के माध्यम के रूप में उर्दू और अरबी का इस्तेमाल बंद किया जाना चाहिए और उनका स्थान अंग्रेजी या हिंदी को दिया जाना चाहिए।
सबसे पुराने दोस्त ने भाजपा से पूछा, भारी जनादेश से क्या बदला

सबसे पुराने दोस्त ने भाजपा से पूछा, भारी जनादेश से क्या बदला

पठानकोट आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में भाजपा पर अपने वार तेज करते हुए उसके सहयोगी दल शिवसेना ने आज पार्टी से पूछा है कि भारी जनादेश लेकर सत्ता में आने के बाद उसने पाकिस्तान नीति और राम मंदिर समेत विभिन्न मुद्दों पर क्या बदलाव किए हैं? इसके साथ ही शिवसेना ने यह भी कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस शासन की गलतियों को दोहरा रही है।
चाय के बदले हमारे 7 जवान शहीद, सबक लें मोदी: शिवसेना

चाय के बदले हमारे 7 जवान शहीद, सबक लें मोदी: शिवसेना

पठानकोट में हुए आतंकी हमले को लेकर भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने आज केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी के मुखपत्र सामना में बेहद कठोर शब्दों में लिखे संपादकीय में शिवसेना ने कहा कि उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पाकिस्तान पर विश्वास न करने की चेतावनी दी थी और अब समय आ गया है कि मोदी दुनिया को एकजुट करने की कोशिश के बजाय अपना ध्यान भारत पर केंद्रित करें।
कांग्रेस मुखपत्र में ही नेहरू, सोनिया की तीखी आलोचना, संपादक बर्खास्त

कांग्रेस मुखपत्र में ही नेहरू, सोनिया की तीखी आलोचना, संपादक बर्खास्त

कांग्रेस को सोमवार को उस समय शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा जब उसीके मुखपत्रा ने कश्मीर मामले पर जवाहरलाल नेहरू की नीति की आलोचना की और आरोप लगाया कि सोनिया गांधी के पिता एक फासीवादी सैनिक थे। पार्टी अपने स्थापना दिवस पर सामने आए इस विवाद से असहज स्थिति में आ गई है। हालांकि संपादकीय मंडल के सदस्य और कांग्रेस नेता भूषण पाटिल ने बताया कि पत्रिका के संपादक सुधीर जोशी को बर्खास्त कर दिया गया है।
शिवसेना की मोदी को नसीहत, 'महंगा पड़ेगा पाक की धरती चूमना'

शिवसेना की मोदी को नसीहत, 'महंगा पड़ेगा पाक की धरती चूमना'

शिवेसना ने पिछले दिनों अचानक पाकिस्तान की यात्रा करने पर पीएम मोदी पर करारा हमला किया है। पीएम की औचक लाहौर यात्रा पर निशाना साधते हुए शिवसेना ने कहा कि भारतीय खून से सनी पाकिस्तानी भूमि को चूमना उनके लिए महंगा साबित होगा।
शिवसेना का भाजपा पर निशाना, कहा हारकर भी जीत गई कांग्रेस

शिवसेना का भाजपा पर निशाना, कहा हारकर भी जीत गई कांग्रेस

गुजरात के स्थानीय निकाय के चुनावी नतीजों को कांग्रेस के लिए हार के बावजूद जीत वाली स्थिति करार देते हुए राजग के सहयोगी दल शिवसेना ने आज कहा कि ये नतीजे दिखाते हैं कि गुजरात की जनता पूरी तरह प्रधानमंत्री के पीछे नहीं खड़ी है और भाजपा को यह आकलन करना चाहिए कि नरेंद्र मोदी के होम पिच (गृह राज्य) में आखिर ये खतरे की घंटियां बजनी क्यों शुरू हो गई हैं?