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Search Result : "संगीत की दुनिया"

नहीं चाहिए ऐसे पैसे जो संगीत का अपमान कर कमाए गए हों- मिलन सिंह

नहीं चाहिए ऐसे पैसे जो संगीत का अपमान कर कमाए गए हों- मिलन सिंह

नब्बे के दशक में जब गायिका मिलन सिंह सिल्वर स्क्रीन पर आईं तो लोग इसी पसोपेश में रहते थे कि वह महिला हैं या पुरुष। वह दोनों आवाजों में गाया करती थीं। तब उनके गीत युवाओं की जुबान पर रहते । खासकर ‘ अक्ख दे इशारे नाल गल कर गई कुड़ी पटोले वरगी ’ और ‘हाणियां तू कर लै प्यार की जिना तेरा जी करदा ’। इन गीतों की वजह से लोग उन्हें पंजाबी समझते लेकिन मिलन सिंह उत्तर प्रदेश में इटावा के एक गांव की रहने वाली हैं और ठाकुर परिवार में जन्मीं हैं। 32 सुपरहिट एलबम देने वाली मिलन सिंह ने हाल ही में संगीत की दुनिया में पुनः वापसी की है। पेश है उनके बातचीत के कुछ अंश-
अब मिस्र में आईएस का कहर, 60 मरे

अब मिस्र में आईएस का कहर, 60 मरे

मिस्र में अशांत सिनाई प्रायद्वीप में आईएस के हथियारबंद आतंकवादियों ने बुधवार को विभिन्न सैन्य चौकियों पर तीन आत्मघाती बम हमलों समेत एक साथ कई हमले किए जिनमें मिस्र के कम से कम 60 जवान मारे गए। यह इलाके में अब तक हुए सबसे बड़े हमलों में से एक है।
भारत में बढ़े सुपररिच, दुनिया में चौथा नंबर

भारत में बढ़े सुपररिच, दुनिया में चौथा नंबर

भारत 10 करोड़ डालर या उससे अधिक की सम्पत्ति वाले अतिधनाढ्य परिवारों की संख्या के हिसाब से विश्व में चौथे स्थान पर है। इस समूची में अमेरिका शीर्ष स्थान पर है।
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है

ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है

मिसरा बेशक यह साहिर लुधियानवी के गीत का है लेकिन अफसानानिगार सआदत हसन मंटो पर सटीक बैठता है। ताउम्र ढोंग, तमाशे और साहित्य की राजनीति से दूर रहने वाले मंटो ने कहा था- ‘ हर शहर में बदरौएं और मोरियां मौजूद हैं जो शहर की गंदगी को बाहर ले जाती हैं। हम अगर अपने मरमरी गुसलखानों की बात कर सकते हैं, अगर हम साबुन और लैवेंडर का जिक्रकर सकते हैं तो उन मोरियों और बदरौओं का जिक्र क्यों नहीं कर सकते जो हमारे बदन की मैल पीती हैं।‘ मंटो की 100वीं जन्मशताब्दी से लेकर आज तक उनके नाम पर उनके तथाकथित मुरीदों ने राजनीति, तमाशा और ढोंग ही किया है। मंटो के इन मुरीदों को वह सब चाहिए जो मंटो को नहीं चाहिए था। मंटो के माएने तो यह दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है।
लद्दाख की तिलिस्मी दुनिया

लद्दाख की तिलिस्मी दुनिया

धरती का स्वर्ग यानी कश्मीर जितना मशहूर है, उसी का एक हिस्सा लद्दाख उतना ही अनजान है। जम्मू-कश्मीर राज्य के तीन मुख्य भौगोलिक क्षेत्र हैं, जम्मू, कश्मीर और लद्दाख। लद्दाख के दो जिलों में से एक करगिल से तो सभी वाकिफ हैं लेकिन लेह का सफर, लोग, संस्कृति, भूगोल सब रहस्यमय है। बौद्ध धर्म एवं संस्कृति का प्रमुख केंद्र भी है लेह।
लिटिल इंडिया दंगा: सुनवाई के दौरान तीखी बहस

लिटिल इंडिया दंगा: सुनवाई के दौरान तीखी बहस

दिसंबर 2013 दंगा मामले में देश के 25 आरोपियों में से अंतिम भारतीय की सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष के वकील और पुलिस के बीच सबूतों को लेकर तीखी बहस हुई और वकील ने एक पुलिस अधिकारी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है।
इंडोनेशिया में सात को मृत्युदंड, ऑस्ट्रेलिया ने राजदूत वापस बुलाया

इंडोनेशिया में सात को मृत्युदंड, ऑस्ट्रेलिया ने राजदूत वापस बुलाया

अंतरराष्‍ट्रीय आलोचना के बावजूद इंडोनेशिया में दो ऑस्ट्रेलियाई नागरिक समेत सात लोगों को मृत्युदंड दिया। इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए ऑस्ट्रेलिया ने इंडोनेशिया से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है।
तिब्बत में भूकंप से मरने वालों की संख्या 25 हुई

तिब्बत में भूकंप से मरने वालों की संख्या 25 हुई

दक्षिण-पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में शनिवार को आए भूकंप और इसके बाद आने वाले झटकों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है जबकि बचावकर्मियों द्वारा दूर दराज के क्षेत्र में मौजूद प्रभावित लोगों तक पहुंचने का सिलसिला जारी है।