जाने-माने संगीतकार एमएस विश्वनाथन का 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने लगभग 1000 से ज्यादा फिल्मों में संगीत दिया है। उनकी तबीयत बिगड़ने पर विश्वनाथन को चेन्नई में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके परिवार में चार बेटे और तीन बेटियां हैं।
यूं तो बार्सिलोना के गायक एंटोनियो ओरोज्को जब भी स्टेज पर आते हैं, सूट-बूट में होते हैं। लेकिन यह स्पेनिश गायक इस बार अलग तरह की पोशाक में थे। यह खास पोशाक उन्होंने खास कार्यक्रम के लिए पहनी थी। उनके श्रोता भी खास थे। यह कार्यक्रम एक आइवीएफ क्लीनिक में हुआ।
बेटी बचाओ के जज्बे के साथ बरखा बहार नाम से एक संगीतमय समारोह का आयोजन नंदिनी फाउंडेशन और पीपल फर्स्ट की ओर से दिल्ली के मुक्तधारा ऑडिटोरियम में किया गया। समारोह में गायिका मंदाकिनी बोरा के सावन पर गाए गीतों और सुफियाना गीतों ने लोगों को झूमने और तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। लोक गायिका पूजा झा के गीत भी लोगों को खूब पसंद आए।
बॉलीवुड अभिनेता शाहिद कपूर ने मंगलवार को दिल्ली की मीरा राजपूत से गुड़गांव स्थित एक फार्म हाउस में सादे समारोह में विवाह रचाया। प्रसिद्ध अभिनेता पंकज कपूर और उनकी पूर्व पत्नी नीलिमा अजीम के बेटे 34 वर्षीय शाहिद राधा स्वामी संप्रदाय की परंपराओं के अनुसार 21 वर्षीय मीरा से विवाह बंधन में बंध गए।
कल शाहिद कपूर दिल्ली की मीरा राजपूत के साथ विवाह बंधन में बंध जाएंगे। मीरा जहां आज होने वाले संगीत समारोह की तैयारी में व्यस्त हैं वहीं शाहिद अपनी बैचलर पार्टी में मस्त हैं। यह पार्टी कहां हो रही है यह तो किसी को नहीं मालूम लेकिन खबर है कि शाहिद के बेहद करीबी दोस्त उनकी बैचलर पार्टी में शामिल हुए हैं।
नब्बे के दशक में जब गायिका मिलन सिंह सिल्वर स्क्रीन पर आईं तो लोग इसी पसोपेश में रहते थे कि वह महिला हैं या पुरुष। वह दोनों आवाजों में गाया करती थीं। तब उनके गीत युवाओं की जुबान पर रहते । खासकर ‘ अक्ख दे इशारे नाल गल कर गई कुड़ी पटोले वरगी ’ और ‘हाणियां तू कर लै प्यार की जिना तेरा जी करदा ’। इन गीतों की वजह से लोग उन्हें पंजाबी समझते लेकिन मिलन सिंह उत्तर प्रदेश में इटावा के एक गांव की रहने वाली हैं और ठाकुर परिवार में जन्मीं हैं। 32 सुपरहिट एलबम देने वाली मिलन सिंह ने हाल ही में संगीत की दुनिया में पुनः वापसी की है। पेश है उनके बातचीत के कुछ अंश-
नंदिता दास यूं तो पहले भी दो बार जूरी के सदस्य के रूप में कान फिल्मोत्सव में शिरकत कर चुकी हैं। लेकिन इस बार वह फिल्में देखने या रेड कारपेट पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के बजाय कुछ खास काम ले कर गई हैं।
बिहार के विधानसभा चुनावों से पहले बिहार की जनता तक पहुंच बनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उन्हें जाति के बंधन से ऊपर उठकर सच्चे व्यक्ति का समर्थन करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की दो महत्वपूर्ण कृतियों ‘संस्कृति के चार अध्याय’ और ‘परशुराम की प्रतीक्षा’ के स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर यहां आयोजित समारोह का उद्घाटन करते हुए यह बातें कहीं।