कोलकाता पुलिस ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की 14 जनवरी को शहर में प्रस्तावित रैली के लिए अनुमति नहीं दी और संघ से कोई वैकल्पिक तारीख तय करने को कहा। संघ इसके विरोध में कल अदालत का रुख करेगा।
साफ्टवेयर और लोहा से नमक तक बनाने वाले देश के प्रमुख औद्योगिक घराने टाटा की धारक कंपनी टाटा संस ने समूह की एक कंपनी टीसीएस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक एन. चंद्रशेखरन को अपना नया कार्यकारी चेयरमैन नियुक्त करने की घोषणा की।
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने आज हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दायर किया। इससे पहले अरशद अयूब ने लोढा समिति के सुधारवादी कदमों पर उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद अध्यक्ष पद छोड़ दिया था।
उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद 21 राज्य इकाइयों ने पहले ही लोढा समिति को पुष्टि कर दी है कि वे सभी सुधारवादी कदमों को लागू करेंगे लेकिन इस बीच पूर्व अध्यक्षों एन श्रीनिवासन और अनुराग ठाकुर ने बेंगलुरू में अनौपचारिक बैठक में हाथ मिलाए।
राष्ट्रीय चयन समिति के प्रमुख एमएसके प्रसाद ने महेंद्र सिंह धोनी के सीमित ओवरों की कप्तानी छोड़ने के फैसले को सही समय पर लिया गया फैसला करार देते हुए संकेत दिया कि विराट कोहली को कमान सौंपी जायेगी।उन्होंने यह भी संकेत दिया कि धोनी 15 जनवरी से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही वनडे श्रृंखला के लिये टीम में रहेंगे और उनके भीतर अभी क्रिकेट बाकी है।
धर्मांतरण का मुद्दा उठाते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि देश में ऐसी कोशिशों के कामयाब होने की संभावना नहीं है क्योंकि मिशनरियों में ताकत नहीं है।
टाटा समूह के प्रमुख रतन टाटा ने चौंकाते हुए अपना 79वां जन्मदिन संघ के मुख्यालय नागपुर में मनाया। यहां जन्मदिन जैसा जश्न का जोश नहीं था पर सौहार्दपूर्ण मुलाकात की ऊर्जा मुख्यालय से बाहर आई और खबर का सबब बनी। रतन टाटा के साथ भाजापा की नेता शाइना एन. सी थीं। टाटा अपने विशेष विमान से नागपुर पहुंचे थे।
दिवंगत जे जयललिता की करीबी सहयोगी वी के शशिकला को अन्नाद्रमुक की मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति पार्टी की शीर्ष निर्णायक इकाई द्वारा इस संदर्भ में सर्वसम्मति के साथ एक प्रस्ताव पारित करने पर हुई है। यह प्रस्ताव चेन्नई में आयोेजित जनरल काउंसिल की बैठक में सर्वसम्मति के साथ स्वीकार किया गया। पार्टी की महासचिव और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद से यह पद खाली था।
इसमें कोई शक नहीं है कि सेना प्रमुख या सेना के किसी भी अंग के प्रमुख की नियुक्ति करना सरकार का विशेषाधिकार है। ऐसे में लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत की नियुक्ति पर इतना शोर-शराबा क्यों मचाया जा रहा है। यह पहला मौका नहीं है जब किसी की वरिष्ठता को नकार कर दूसरे को सेना प्रमुख बनाया गया हो। इससे पूर्व 1983 में जनरल एएस वैद्य को सेना प्रमुख बनाया गया था जबकि ले. जनरल उनसे वरिष्ठ थे।