दिवंगत नेता जे जयललिता के 69वीं जयंती के एक दिन पहले अन्नाद्रमुक महासचिव वीके शशिकला ने आज कहा कि वह अपनी दोस्त जयललिता की अनुपस्थिति में अकेला महसूस कर रही हैं।
चुनाव में धनबल के बढ़ते प्रभाव पर विभिन्न वर्गों की चिंताओं के बीच 2016 में असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में सम्पन्न हुए चुनाव के दौरान कानून अनुपालन एजेंसियों ने 1.25 अरब रूपये से अधिक धनराशि जब्त की।
महाराष्ट्र भाजपा ने शिवसेना की चुनौती को स्वीकार करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की संपत्ति घोषित कर दी है। इसके साथ ही पार्टी ने शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे की संपत्ति सार्वजनिक करने की मांग की है।
शिवसेना ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और अन्य शीर्ष पार्टी नेताओं की संपत्ति सार्वजनिक करने और उद्धव ठाकरे की संपत्ति और वित्त की जांच कराने की चुनौती दी।
अन्नाद्रमुक की दिवंगत सुप्रीमो जे जयललिता, उनकी करीबी सहयोगी वी के शशिकला और दो अन्य की ओर से इकट्ठा की गई 55 करोड़ रूपए की संपत्तियों में 2.51 करोड़ रूपए के सोने एवं हीरे के गहने और 15.9 लाख रूपए की कलाई घड़ियां शामिल थीं।
एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तराखंड में दोबारा चुनाव लड़ रहे 60 विधायकों की संपत्ति में पिछले पांच सालों में औसतन 1.77 करोड़ रूपये का इजाफा हुआ है। भाजपा के 29 विधायकों की संपत्ति में औसतन दो करोड़ रूपये से अधिक का इजाफा हुआ वहीं कांग्रेस के 28 विधायकों की संपत्ति में एक करोड़ रूपये से अधिक की वृद्धि हुई।
भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे कच्छ में एक पाकिस्तानी नौका जब्त किए जाने के एक दिन बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने आज फिर पड़ोसी देश के दो और नौकाओं को जब्त किया।
गुजरात के बनासकांठा जिले की पुलिस ने पालनपुर के एक घर में छापेमारी के दौरान 1.25 करोड़ रूपए नगद और 2.4 किलो सोना जब्त किया और मुक्तेश्वर मठ से जुड़ी साध्वी जयश्री गिरी को धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार किया।
आयकर विभाग ने कालाधन रखने वाले लोगों को चेतावनी दी कि उनकी अघोषित संपत्ति उसकी नजर से छिपी हुयी नहीं है और इसके साथ ही विभाग ने उन्हें सलाह दी कि वे अपनी जमा राशि के संबंध में मौजूदा एकमुश्त खुलासा योजना प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना :पीएमजीकेवाई: का लाभ उठाएं।
वैश्वीकरण का लाभ केवल दुनिया के धनी लोगों को ही मिलने को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच भारत के सबसे धनी उद्योगपति मुकेश अंबानी ने खुली बाजार अर्थव्यवस्था का पक्ष लिया और कहा कि संपत्ति सृजन को रोका नहीं जाना चाहिये क्योंकि समाज में संपत्ति वितरण के लिये संपत्ति सृजन जरूरी है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति और औद्योगिक नवप्रवर्तन के लिये तैयार है।