अफगानिस्तान के शहर मजार ए शरीफ में स्थित भारतीय राजनयिक मिशन पर अज्ञात आतंकियों ने रविवार की रात हमला कर दिया। हमले के घटों बाद अभी भी वहां भीषण लड़ाई जारी है और सुरक्षा बल इलाके की छानबीन में लगे हुए हैं। भारतीय राजदूत ने बताया है कि वाणिज्य दूतावास में सभी लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं।
पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर आतंकी हमले के बाद पिछले 42 घंटे से मुठभेड़ जारी है। अभी दो आतंकियों के एयरफोर्स स्टेशन में छिपे होने की आशंका है। इस बीच हमले से जुड़ी कई अहम जानकारियां सामने आई हैं। पता चला है कि डिफेंस सिक्योरिटी कॉर्प के हवालदार जगदीश सिंह ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए निहत्थे ही आतंकियों का मुकाबला किया और एक आतंकवादी को उसी की राइफल से मार गिराया।
शनिवार सुबह पठानकोट एयरफोर्स स्टेशन पर हुए आतंकी हमले के बाद तीसरे दिन भी मुठभेड़ जारी है। रुक-रुककर गोलिबारी और धमाकों की आवाजें आ रही हैं। शनिवार को सेना और सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 4 आतंकियों के मारे जाने के बाद ऑपरेशन को खत्म माना जा रहा था। लेकिन शनिवार सुबह वायुसेना स्टेशन में कम से कम दो और आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली। मुठभेड़ में अब तक 7 जवान शहीद हो चुके हैं जबकि एनएसजी के 12 जवानों समेत कुल 20 जवान घायल हैं।
पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है। आतंकियों द्वारा लगाए गए विस्फोटकों को हटाते समय एक जबरदस्त धमाका हुआ जिसमें लेफ्टिनेट कर्नल निरंजन कुमार शहीद हो गए जबकि कई जवान घायल हैं। उधर, हमले में घायल डिफेंस सिक्योरिटी कोर के 3 जवानों ने आज दम तोड़ दिया। शहीदों में माहिर निशानेबाज और राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जितने सूबेदार मेजर (सेवानिवृत्त) फतेह सिंह भी शामिल हैं।
दिन भर चले ऑपरेशन के बाद सुरक्षाबलों ने पठानकोट में वायुसेना एयरबेस पर हुए आतंकी हमले को नाकाम कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जांबाज सैनिकों को सलाम करते हुए कहा कि हमें हमारे जवानों एवं सुरक्षा बलों पर गर्व है। हमले में 4 आतंकियों के मारे जाने की खबर है जबकि वायुसेना के एक कमांडो समेत सेना के 3 जवान भी शहीद हो गए।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पठानकोट में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तानी आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया और कहा कि भारत अपनी जमीन पर कोई भी आतंकी हमला होने पर कठोरता से पलटवार करेगा।
पठानकोट आतंकवादी हमले को लेकर देश की राजनीति भी गरमा गई है। कांग्रेस ने पाकिस्तान मामलों से निपटने में मोदी सरकार की नाकामी पर सवाल उठाए जबकि भाजपा ने पलटवार करते हुए उस पर आरोप लगाया कि वह घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है। वहीं, राजग में शामिल शिवसेना ने मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की है।
पंजाब के पठानकोट में एयरफोर्स स्टेशन पर आज तड़के बड़ा आतंकी हमला हुआ। सुबह 3.30 बजे शुरू हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने सभी 4 आतंकियों को मार गिराया जबकि एक कमांडो समेत 3 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए। हमले के पीछे आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का हाथ माना जा रहा है। पिछले छह महीने में संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकियों का यह तीसरा हमला है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की औचक लाहौर यात्रा के सिर्फ हफ्ते भर बाद हुआ है।
तेलंगाना के करीमनगर में 28 साल के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने आज खौफनाक तरीके से तलवार से हमला कर अपने माता-पिता और तीन कांस्टेबल समेत 22 लोगों को घायल कर दिया। हालांकि पुलिस की कार्रवाई में वह मारा गया। हमलावर के माता-पिता और एक ऑटो चालक गंभीर हालत में हैं। उसे रोकने की कोशिश करने वाले पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गए। उनका तथा अन्य घायलों का एक स्थानीय अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।