भारत सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) प्राप्त करने के मामले में पीछे है और इस सूचकांक में वह 149 देशों में 110वें स्थान पर है जबकि स्वीडन को शीर्ष स्थान हासिल हुआ।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर रघुराम राजन ने अपने आलोचकों को उन्हीं के अंदाज में जवाब देते हुए चुनौती दी कि साबित करें कि मुद्रास्फीति कहां कम हुई है। उन्होंने अपनी आलोचनाओं को महज डायलॉगबाजी करार देते हुए उसे खारिज कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल की एक चुनावी सभा में कहा है कि पिछले साठ सालों के दौरान यहां जिन्होंने राज किया है, उन्होंने केरल को बरबाद करने के सिवाय कुछ नहीं किया।
योजना आयोग के स्थान पर बनी नई संस्था नीति आयोग दरअसल हिन्दी नहीं बल्कि इसके अंग्रेजी नाम नेशनल इंस्टीट्यूट फार ट्रांसफार्मिंग इंडिया का संक्षिप्त स्वरूप है। नीति अंग्रेजी वर्णों का प्रतिनिधित्व करता है।
जनवरी में निर्यात में गिरावट के बीच शेयर बाजार में मुनाफा वसूली से शेयर बाजार में पिछले दो दिन से जारी तेजी आज थम गई। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज शुरुआती बढ़त कायम न रख सका और 362 अंक की गिरावट के साथ 23,191.97 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी बिकवाली दबाव में रहा और 7,100 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ।
दलाल पथ स्थित बंबई शेयर बाजार में आज उस समय हाहाकार मच गया जब भारी गिरावट दर्ज करते हुए सेंसेक्स 807.07 अंक टूटकर 23,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। सेंसेक्स का यह पिछले 21 महीने का निचला स्तर होने के साथ ही छह महीने की सबसे बड़ी गिरावट है। आज की गिरावट से निवेशकों के 3 लाख करोड़ रुपये डूब गए।
अर्थव्यवस्था से जुड़े दो मोर्चों पर सरकार की चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। बिकवाली दबाव के चलते बंबई शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है और बृहस्पतिवार को सेंसेक्स लुढ़क कर 20 महीने में पहली बार 24000 अंक के नीचे बंद हुआ जबकि डॉलर के मुकाबले रुपया 29 माह के निम्न स्तर 68.02 रुपये पर बंद हुआ। कमजोर रुपया विदेश में पढ़ाई लिखाई से लेकर घूमने-फिरने और आयात होने वाली चीजों की महंगाई बढ़ाएगा।
बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक गुरुवार को कारोबार के शुरआती दौर में ही 400 अंक से अधिक टूटकर 25,000 अंक से नीचे उतर गया। चीन के बाजारों में बिकवाली का दौर आज भी जारी रहने से घरेलू बाजारों में भी गिरावट रही।