संयुक्त राष्ट्र डाक प्रशासन ने समलैंगिक महिलाओं, समलैंगिक पुरूषों, द्विलिंगी और ट्रांसजेंडर लोगों के अधिकारों के समर्थन में छह नए डाक टिकट जारी किए हैं।
राजस्थान के रहने वाले नकुल शर्मा काफी परेशान हैं। इस दफा उन्हें संसद से काफी उम्मीद थी कि धारा 377 से संबंधी विधेयक पर जरूर कुछ न कुछ होगा। आखिरकार सर्वोच्च न्यायालय ने गेंद संसद के पाले में डाली है। लेकिन कांग्रेसी नेता शशि थुरूर का विधेयक पटल तक पर नहीं आ सका। इस संबंध में नकुल शर्मा की परेशानी यह है कि वह गे यानी समलैंगिक हैं। उनका कहना है कि उन्हें लैंगिक अल्पसंख्यक का दर्जा चाहिए। अपनी कहानी के जरिये नकुल बताते हैं कि बलात्कार सिर्फ मर्द औरत के बीच नहीं होता है बल्कि उनके जैसे असंख्य लोगों के साथ होता है तो कोई कानून नहीं है जो उन्हें न्याय दिलवा सके।
दादरी हत्याकांड पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना को दुखद बताया है। लेकिन साथ ही सवाल उठाया कि इसमें केंद्र की क्या भूमिका है? उन्होंने विपक्ष पर धुव्रीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है।
मर्लिन मुनरो की उत्तेजक तस्वीर वाले कवर के साथ वर्ष 1953 में लांच हुई व्यस्कों की पत्रिका प्लेबाॅय अब महिलाओं की पूर्ण नग्न तस्वीरें नहीं छापेगी। महिलाओं की नग्नता से जुड़ी वर्जना तोड़ने वाली पत्रिका के लिए यह साहसिक कदम है। दरअसल, इंटरनेट का शिकार होने वाली चीजों की फेहरिस्त में अब प्लेबॉय भी शामिल हो गई है।
आजादी के 68 साल के जश्न के बीच आजादी का अहसास किन-किन बंद तालों से आज भी टकरा रहा है, इसकी पड़ताल की जरूरत बेहद शिद्दत से महसूस की जा रही है। ये ताले जब कानूनों के हों तो फिर आजादी की तड़प बंद पिंजरे में फडफ़ड़ाती है।
टाइम पत्रिका के पाठकों द्वारा कराई गई एक ऑनलाइन रायशुमारी में दुनिया भर के सर्वाधिक प्रभावशाली 100 व्यक्तियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल हैं।
सेंट स्टीफंस के छात्रों द्वारा शुरू की गई साप्ताहिक ई-पत्रिका पर कॉलेज के प्राचार्य विल्सन थंपू ने रोक लगा दी है। कॉलेज के चार छात्रों ने इसे शुरू किया था। सात मार्च को यह पत्रिका इंटरनेट पर आई थी और इसमें प्रकाशित थंपू के साक्षात्कार को 2000 से ज्यादा हिट मिले थे।
रूसी संसद के विदेश मामलों की समिति के प्रमुख एलेक्जेई पुशकोव ने फ्रांस की साप्ताहिक व्यंग्य पत्रिका शार्ली एब्दो के नवीनतम संस्करण में छपे यूक्रेन में युद्धविराम से संबंधित कार्टून की निंदा करते हुए इसे घृणास्पद करार दिया है।