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Search Result : "समीक्षा अपील"

आरक्षण नीति की समीक्षा अब वक्त की मांगः संघ

आरक्षण नीति की समीक्षा अब वक्त की मांगः संघ

गुजरात में पटेल जाति के लिए जारी आरक्षण आंदोलन बीच ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आरक्षण नीति की समीक्षा का समर्थन करते हुए कहा है कि इसका राजनीतिक इस्तेमाल हो रहा है। साथ ही उन्होंने इसके लिए एक गैर-राजनीतिक समिति गठित का सुझाव दिया है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आरक्षण की जरूरत किसे और कितने समय तक है।
हिंदी पखवाड़ाः हिंदी में मोज़िला के योगदान की मीडिया समीक्षा

हिंदी पखवाड़ाः हिंदी में मोज़िला के योगदान की मीडिया समीक्षा

हिंदी पखबाड़ा के अवसर पर आयोजित मोज़िला हिंदी कार्यशाला और समीक्षा बैठक एक प्रासंगिक आयोजन रहा। मोज़िला फ़ायरफ़ॉक्स हिंदी कार्यशाला एवं समीक्षा बैठक का आयोजन मोजिला की ओर 5-6 सितंबर को दिल्ली में किया गया। इस सम्मेलन में भारत के विभिन्न शहरों से लोग आए और कार्यक्रम में शिरकत की। सूचना-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में काम कर रहे करीब 25 जाने-माने लोग इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। इस कार्यक्रम की मेजबानी सेंटर फ़ॉर स्टडी ऑफ़ डेवलपिंग सोसायटी, दिल्ली ने की।
उपहार कांड: सीबीआई की अपील सुप्रीम कोर्ट में खारिज

उपहार कांड: सीबीआई की अपील सुप्रीम कोर्ट में खारिज

सुप्रीम कोर्ट ने आज सीबीआई की उस अपील को खारिज कर दिया, जिसमें एजेंसी ने अतिरिक्त 15 मिनट सुनवाई करने का अनुरोध किया था, ताकि वर्ष 1997 के उपहार अग्निकांड मामले में सजा के परिमाण के बारे में छूट गए बिंदुओं पर दलीलें पेश की जा सकें।
नहीं मिली सुप्रीम कोर्ट से राहत, जेल में ही रहेंगे चौटाला

नहीं मिली सुप्रीम कोर्ट से राहत, जेल में ही रहेंगे चौटाला

उच्चतम न्यायालय ने शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में दोषसिद्धि एवं दस साल की कैद के खिलाफ हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओ.पी. चौटाला की अपील खारिज की। उच्चतम न्यायालय ने इस मामले में उनके बेटे और दस अन्य को भी कोई राहत देने से इनकार किया।
भ्रम का जाल दृश्यम

भ्रम का जाल दृश्यम

जापानी अपराध कथा लेखक कीगो हिगाशिमो के उपन्यास, द डिवोशन ऑफ सस्पेक्ट एक्स पर मलयालम में एक फिल्म बनी, दृश्यम। मोहनलाल अभिनीत यह फिल्म खूब चली। अब यही फिल्म हिंदी में दर्शकों के लिए हाजिर है।
जाटों को बैंक पीओ में आरक्षण नहीं, अपील खारिज

जाटों को बैंक पीओ में आरक्षण नहीं, अपील खारिज

सुप्रीम कोर्ट ने बैंक पीओ प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले जाट आवेदकों की उस अपील को आज खारिज कर दिया जिसमें इन आवेदकों ने ओबीसी आरक्षण की मांग की थी। इन आवेदकों ने जाट आरक्षण को सर्वोच्च अदालत द्वारा रद्द कर दिए जाने से पहले ओबीसी श्रेणी में बैंक पीओ प्रवेश परीक्षा के अलग-अलग स्तर पर सफलता हासिल कर ली थी मगर आरक्षण रद्द हो जाने के कारण इन्हें अंतिम रूप से नौकरी नहीं दी गई।
सलमान की अपील पर रोक के लिए अर्जी खारिज

सलमान की अपील पर रोक के लिए अर्जी खारिज

बंबई उच्च न्यायालय ने आज एक अर्जी स्वीकार करने से इंकार कर दिया। अर्जी में वर्ष 2002 के हिट एंड रन मामले में सुनाई गई पांच साल की सजा के खिलाफ बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान की अपील पर रोक लगाने की मांग की गई थी।
फिल्‍म समीक्षा: सलमान ने दी दर्शकों को ईदी

फिल्‍म समीक्षा: सलमान ने दी दर्शकों को ईदी

सलमान खान के प्रशंसकों से कभी मत पूछिए कि उनकी फिल्म कैसी थी। क्योंकि उनके लिए सलमान की फिल्म निष्ठा का प्रश्न ज्यादा होती हैं। इस बार ईद का सबसे पड़ा तोहफा बजरंगी भाईजान है। इस फिल्म में भी कमियां निकालना चाहें तो ढेर मिल जाएंगी। पर फिलहाल तो ध्यान इसी पर केंद्रित रखिए कि निर्माता (सलमान खान और राकलाइन वेंकटेश) के खाते में एक के आगे कितने शून्य जमा होंगे। मनमोहन देसाई मार्का यह फिल्म दर्शक बटोरेगी या नहीं यह तो प्रश्न ही बेमानी है।
कोच्चि टस्कर्स को 550 करोड़ देने से पहले अपील करेगा बीसीसीआई

कोच्चि टस्कर्स को 550 करोड़ देने से पहले अपील करेगा बीसीसीआई

बीसीसीआई ने बुधवार को संकेत दिया कि वह पूर्व आईपीएल टीम कोच्चि टस्कर्स के पक्ष में दी गई पूर्व मुख्य न्यायाधीश आर. सी. लाहोटी की रिपोर्ट के खिलाफ अपील करेगा। बोर्ड ने कथित तौर पर अनुबंध के उल्लंघन के आरोप में कोच्चि टस्कर्स का करार 2011 में भंग कर दिया था।
समीक्षा - रंगीले की रंगीनियत

समीक्षा - रंगीले की रंगीनियत

ज्यादातर भारतीय फिल्म निर्देशक ‘पोस्ट इंटरवेल ब्लू’ यानी मध्यांतर के बाद फिल्म को झुला देने की आदत से पीड़ित रहते हैं। तो कुछ हद तक गुड्डू रंगीला के निर्देशक सुभाष कपूर भी इससे बच नहीं पाए हैं। लेकिन यदि खाप पंचायत के सामने लड़कियों की स्थिति पर एक शानदार तकरीर वाले दृश्य पर विचार किया जाए, आखिरी दृश्य में शोले स्टाइल की लड़ाई और इस तरह के दृश्यों को देखें तो लगता है कि भारतीय दर्शकों के लिए भी यह सब जरूरी है। आखिर बुरा आदमी लहूलुहान हो कर पिटे ही न, उससे परेशान दो लड़कियां हीरो स्टाइल में उसे गोली न मारे तो क्या मजा। आखिर यह मजा ही दर्शकों को सिनेमाघर में खींचता है।
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