दादरी कांड पर अपनी चुप्पी को लेकर घिरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आखिकार इस तरह इशारा करते हुए नेताओं के ऊटपटांग बयानों पर ध्यान न देने की अपील की है।
दादरी कांड से गुस्साए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ने को कह रहे मुस्लिम समुदाय के लोग आज जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में न केवल दादरी कांड बल्कि पूरे देश में सांप्रदायिक हिंसा में मारे जा रहे मुसलमानों के लिए न्याय की मांग की जाएगी। गौरतलब है कि बीते दिनों दादरी के गांव बिसहड़ा में 50 वर्षीय अखलाक अहमद के घर में गोमांस होने की अफवाह फैलाई गई। जिसके बाद उग्र हिंदू चरमपंथियों की भीड़ ने अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी।
उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक सदभाव बिगाड़ने वालों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद अगर कोई झूठी अफवाह फैलाता है तो पुलिस उस पर कार्रवाई कर सकती है। ताजा मामला सहारनपुर का है जहां रितु राठौर नाम की एक महिला के खिलाफ गाय से संबधित अफवाह फैलाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। बताया जा रहा है कि रितु राठौर भाजपा से जुड़ी हैं।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को दादरी पहुंचकर अखलाक के परिजनों से मिले और संवेदना प्रकट की। शनिवार की सुबह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दादरी गए लेकिन उन्हें गांव वालों के विरोध का सामना करना पड़ा। वहीं राहुल गांधी के पहुंचने के समय कोई ज्यादा विरोध नहीं हुआ।
दादरी के बिसाहड़ा गांव में गोहत्या की अफवाह के बाद एक व्यक्ति की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राजनीतिक दलों के नुमाइंदों के दादरी पहुंचने से जहां कानून-व्यवस्था पर असर पड़ रहा है वहीं इसको लेकर सियासत गरम हो गई है। मामले की गंभीरता और लोगों को उग्र होते देख प्रशासन ने धारा 144 लगा दिया है। बताया जा रहा है कि एसडीएम ने पीड़ित को धमकाया भी है।
फरीदाबाद के गांव अटाली में फैली हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। ताजा हालात यह हैं कि अब 150 परिवारों के 12,00 लोग कैंप में रहने के लिए मजबूर हैं। गौरतलब है कि इसी वर्ष 25 मई को अताली में एक मस्जिद के निर्माण को लेकर सांप्रदायिक तनाव फैल गया था। इस वजह से एक गुट ने मुस्लिम समुदाय पर हमला बोला, उनके घर जला दिए और मुसलमान समुदाय गांव छोड़ने पर विवश हो गए।
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में गंगा-जमुनी तहजीब की अनूठी मिसाल पेश करते हुए हिंदू धर्मगुरुओं तथा मतावलंबियों ने मुसलमानों के साथ मिलकर रोजा रखना शुरू कर दिया है। विकास की दौड़ में पिछड़े इस जिले में एम्स स्थापना की मुहिम के तहत शुरू की गई इस मुकद्दस कोशिश की हर तरफ चर्चा हो रही है।
पहले रेल में दिल्ल्ाी से कांधला लौटते तबलीग जमात के लोगों से मारपीट कर माहौल खराब करने की कोशिश की गई है। जिसके विरोध में शनिवार को हुए प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। हिंसक भीड़ ने जमकर उपद्रव मचाया। बीकानेर एक्सप्रेस पर पथराव किया और आगजनी की कोशिश की गई। इस दौरान कई आला अधिकारी और 16 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए समाजवादी पार्टी के स्थानीय विधायक नाहिद हसन सहित दो हजार से ज्यादा लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
अमेरिकी कांग्रेस की ओर से गठित एक आयोग ने कहा है कि साल 2014 में भारत में मोदी सरकार के सत्ता संभालने के बाद धार्मिक अल्पसंख्यकों को हिंसक हमलों, जबरन धर्मांतरण और घर वापसी जैसे अभियानों का सामना करना पड़ा है। हालांकि, भारत सरकार ने इस पर कड़ा एेतराज जताते हुए इसे खारिज कर दिया है। लेकिन मोदी राज में विश्व मंच पर भारत की छवि चमकने के दावों को तगड़ा झटका लगा है।
एक बार फिर पूर्वी दिल्ली के संवेदनशील इलाके त्रिलोकपुरी में शनिवार को एक बार फिर तनाव पसर गया। एक छोटी सी बात हुए विवाद ने जिस तेजी से उग्र रूप ले लिया, उससे यह लगा कि तनाव के बीज इलाके में मौजूद है। दो संप्रदायों के बीच मारपीट और जमकर पथराव हुआ जिससे पूरे इलाके में तनाव बना हुआ है, हालांकि कोई बड़ी वारदात नहीं हुई।