शशि कपूर को दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिलना बहुत ही सुखद है। वह भले ही फिल्मी दुनिया के प्रचलित शब्द सुपर सितारे नहीं थे पर सितारे तो थे ही। उनकी फिल्मों से दर्शक जुड़े क्योंकि लोग उनके सहज अभिनय के कायल थे
अभिजीत रॉय के पिता ने अपना घर और मातृभूमि पूर्वी पाकिस्तान, अब बांग्लादेश, छोडक़र भारत जाने से इन्कार कर दिया था। अभिजीत के पिता ढाका विश्वविद्यालय में फिजिक्स पढ़ाते थे। खुद अभिजीत ने सिंगापुर की नेशनल युनिवर्सिटी में अध्ययन किया। पेशे से इंजीनियर अभिजीत ने एक मुस्लिम महिला रफीदा अहमद 'बॉन्या (वन्या)’ से प्रेम विवाह किया। वह पैदा तो हिंदू हुए थे लेकिन बड़े होकर नास्तिक बने।
दिल्ली विधानसभा चुनाव पर चर्चा के दौरान एनडीटीवी चैनल पर बहुत ही बेहूदा तू-तू, मैं-मैं देखने को मिली। वहां पत्रकार शेखर गुप्ता और भारतीय जनता पार्टी की नेता शाजिया इल्मी आपस में बुरी तरह से उलझ पड़े।
हर किसी की तरक्की में किसी न किसी शख्स का योगदान रहता है। बॉलीवुड के ‘रॉकस्टार’ रनबीर कपूर की तरक्की में निर्देशक इम्तियाज अली और गीतकार इरशाद कामिल का योगदान है।