बिहार में जारी सियासी ड्रामे के बीच सत्तारूढ़ जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने सोमवार को आखिरकार अपनी चुप्पी तोड़ दी है। शरद यादव ने बिहार में पिछले दिनों जो कुछ भी हुआ उसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
बिहार में बुधवार रात से जारी सियासी ड्रामे के बीच सत्ताशरूढ़ जदयू के वरिष्ठन नेता शरद यादव ने चुप्पी साध रखी है। ऐसी अटकलें लगाई जा रही है कि शरद यादव, नीतीश कुमार के महागठबंधन तोड़कर एनडीए खेमे में जाने से नाराज हैं।
बिहार में चल रहे सियासी शक्ति प्रदर्शन के बीच राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर नीतीश-मोदी की दोस्ती को लेकर पुराना मुद्दा उठाया है।
बुधवार को रातभर चले सियासी ड्रामे के बाद जहां नीतीश कुमार ने गुरुवार को छठी बार सीएम पद की और सुशील मोदी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली, वहीं बिहार में जेडीयू-आरजेडी का गठबंधन टूटने के बाद लालू यादव ने नीतीश के इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की है।
बिहार में नीतीश कुमार के द्वारा महागठबंधन तोड़कर एनडीए से हाथ मिलाने को लेकर उनकी पार्टी जदयू में विरोध के स्वर साफ सुनाई दे रहे हैं। वहीं अब आरजेडी में भी फूट पड़ने की खबर सामने आ रही है।
राजद अध्यक्ष लालू यादव की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती दिखाई दे रही हैं। महागठबंधन में फूट और नीतीश कुमार के एनडीए के पाले में जाने के बाद उनके खिलाफ मनी मनी लॉड्रिंग का शिकंजा भी कसने लगा है।
बिहार में राजनीतिक समीकरण बड़ी तेजी से बदले रहे हैं। नीतीश कुमार द्वारा भाजपा के समर्थन से सरकार बनाने के फैसले को लेकर अब जदयू में फूट के आसार तेज हो गए हैं। अली अनवर जैसे जेडीयू के बड़े नेता इस पर सवाल उठा रहे हैं। वहीं इस फैसले पर शरद यादव भ्ाी नाराज बताए जा रहे हैं।