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Search Result : "सुशांत आत्महत्या"

प्रत्युषा की मां ने की क्राइम ब्रांच से जांच की मांग, सीएम को लिखा पत्र

प्रत्युषा की मां ने की क्राइम ब्रांच से जांच की मांग, सीएम को लिखा पत्र

टीवी अभिनेत्री प्रत्युषा बनर्जी के अभिभावकों ने अपनी बेटी की मौत की जांच मुंबई पुलिस की अपराध शाखा से कराने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस को पत्र लिखकर गुजारिश की है। प्रत्युषा ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
आंदोलनकारी छात्रों के बहिष्कार के बीच एचसीयू में कक्षाएं शुरू

आंदोलनकारी छात्रों के बहिष्कार के बीच एचसीयू में कक्षाएं शुरू

हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू) में सामाजिक न्याय संयुक्त कार्य समिति (जेएसी) के ताजा बहिष्कार के बीच आज से कक्षाएं शुरू हो गईं। जेएसी दलित शोध छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के मुद्दे पर आंदोलन का नेतृत्व कर रही है।
एक्सक्लूसिव - 'इसलिए हम केजरीवाल पर भरोसा नहीं करते'

एक्सक्लूसिव - 'इसलिए हम केजरीवाल पर भरोसा नहीं करते'

पंजाब के गांव-गांव में चुनावी गतिविधियों की धमक सुनाई दे रही है। चौपालों पर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। किसे, क्यों वोट देना चाहिए और किसे क्यों नहीं देना चाहिए इस पर चर्चाएं तेज हैं। आमतौर पर पंजाब में एक या दो दफा लगातार सत्ता सुख के बाद सत्ता परिवर्तन होता ही है लेकिन इस दफा आम आदमी पार्टी ने पंजाब में कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल के समीकरण बिगाड़ दिए हैं। हालांकि चुनावों में अभी समय है और आखिरी महीनों में राजनीति बिसात पर कौन क्या चाल चलता है, कहा नहीं जा सकता लेकिन आज की सच्चाई यह है कि राज्य में आम आदमी पार्टी का हाथ ऊपर है।
विपक्ष ने स्मृति के खिलाफ उठाया विशेषाधिकार हनन का मुद्दा

विपक्ष ने स्मृति के खिलाफ उठाया विशेषाधिकार हनन का मुद्दा

विपक्ष ने मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी पर जेएनयू और हैदराबाद विश्वविद्यालय मुद्दों के बारे में कथित तौर पर गलतबयानी और संसद को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन के नोटिस की मांग दोनों सदनों में उठाई जबकि बसपा प्रमुख मायावती ने मांग की कि स्मृति को गलत बयान देने के लिए सदन से माफी मांगनी चाहिए।
तिहाड़ में विचाराधीन कैदी ने की आत्महत्या

तिहाड़ में विचाराधीन कैदी ने की आत्महत्या

उच्च सुरक्षा वाले तिहाड़ जेल परिसर में आज एक विचाराधीन कैदी फंदे से लटका हुआ पाया गया। उस पर अपनी गर्भवती पत्नी और तीन वषर्ीय बेटे की हत्या का इल्जाम था।
चर्चा : कॉलेज परिसर में घूस का पाप। आलोक मेहता

चर्चा : कॉलेज परिसर में घूस का पाप। आलोक मेहता

लखनऊ के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र ने शिक्षक द्वारा रिश्वत लेने के दबाव से तंग आकर आत्महत्या कर ली। छात्र को कक्षा में उप‌स्थिति के रिकॉर्ड के आधार पर परीक्षा प्रवेश पत्र मिलने से शिक्षक रोक रहा था। छात्र ने एक बार 20 हजार रुपया दे भी दिया और घूसखोर शिक्षक ने ज्यादा रकम मांगी। ऐसी मानसिक प्रताड़ना संपूर्ण शिक्षा-व्यवस्था और शासकीय तंत्र के लिए शर्मनाक है।
जेएनयू और रोहित के मुद्दे पर माकपा ने की संसदीय समिति की मांग

जेएनयू और रोहित के मुद्दे पर माकपा ने की संसदीय समिति की मांग

माकपा की अगुवाई में आज विपक्ष ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या और जेएनयू से जुड़ी घटना को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला और घटनाओं की जांच के लिए एक संसदीय समिति गठित करने की मांग की। वहीं सत्ता पक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि विश्वविद्यालय को देशविरोधी गतिविधियों का केंद्र नहीं बनने देना चाहिए।
मायावती-ईरानी में नोकझोंक, हंगामे की भेंट चढ़ा राज्यसभा का पहला दिन

मायावती-ईरानी में नोकझोंक, हंगामे की भेंट चढ़ा राज्यसभा का पहला दिन

राज्यसभा में बजट सत्र का पहला कामकाजी दिन हंगामे की भेंट चढ गया। बसपा प्रमुख मायावती ने दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या को लेकर सरकार पर हमला बोला जिसपर उनके और स्मृति ईरानी के बीच जमकर तकरार हुई। स्मृति ईरानी ने रोहित की मौत का उपयोग एक राजनीतिक हथियार और रणनीति की तरह किए जाने का आरोप लगाया। तो मायावती ने सरकार पर दलित विरोधी होने का। साथ ही बसपा सुप्रीमो ने इस मामले में गठित जांच समिति में एक दलित सदस्य को शामिल नहीं करने को लेकर भी सरकार से जवाब की मांग की।
सत्ता इंदिरा की भी गई थी पर बेटे ने नही किया था देशविरोधी नारों का समर्थन: ईरानी

सत्ता इंदिरा की भी गई थी पर बेटे ने नही किया था देशविरोधी नारों का समर्थन: ईरानी

केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने बुधवार को संसद में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर सीधा हमला बोला। ईरानी ने जेएनयू विवाद औऱ रोहित वेमुला के आत्महत्या मामले को लेकर कहा कि सत्ता तो इंदिरा गांधी ने भी खोई थी लेकिन उनके बेटे ने भारत की बर्बादी के नारों का समर्थन नहीं किया था।
चर्चाः वायदों और दावों का क्या | आलोक मेहता

चर्चाः वायदों और दावों का क्या | आलोक मेहता

‘कसमें, वादे, प्यार, वफा-सब बातें हैं बातों का क्या?’ यह फिल्मी गाना पुराना हो गया। लेकिन इन दिनों जिस इलाके में जाएं, लोग सरकारों के वायदों और दावों के साथ इसी तरह के सवाल उठा रहे हैं। संसद के बजट-सत्र के उद्घाटन अवसर पर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने भारत सरकार की ‘सफलताओं का लेखा-जोखा’ आधारित भाषण पढ़ दिया।
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