लोकपाल आंदोलन के दौरान अरविंद केजरीवाल के गुरु रहे अन्ना हजारे ने कहा कि अब आप से लोगों का भरोसा उठ गया है। अरविंद केजरीवाल की कथनी-करनी में फर्क आ गया है। उनकी सत्ता की भूख ही आप को ले डूबी।
बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत और पूजा भट्ट के बाद अब मशहूर सिंगर अदनान सामी ने भी सोनू निगम का समर्थन किया। दरअसल, सोनू निगम ने एक के बाद एक ट्वीट कर लाउडीस्पीकरों का इस्तेमाल धार्मिक उपदेश देने और मस्जिदों, मंदिरों व गुरद्वारों से लाउडीस्पीकरों के जरिए सुनाई जाने वाले प्रार्थनाओं को गुंडागर्दी करार दिया था।
मशहूर गायक सोनू निगम के मस्जिदों, मंदिरों और गुरुद्वारों में लाउडीस्पीकरों से दिए जाने वाले उपदेशों को गुंडागर्दी करार दिए जाने के बाद बॉलीवुड की अभिनेत्री कंगना रानौत ने उनके विचारों का सम्मान किया है। कंगना रानौत ने कहा कि उन्हें अजान से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन उन्हें लगता है कि सोनू निगम ने जो कुछ भी कहा है उसका सम्मान किया जाना चाहिए और उस पर चर्चा होनी चाहिए।
अजान लाउडस्पीकर मसला फिलहाल सुलझता नजर नहीं आ रहा है। सोनू निगम के अजान वाले बयान पर पश्चिम बंगाल माइनॉरिटी संगठित काउंसिल के उपाध्यक्ष सय्यद शाह अतेह अली अल कादरी ने सोनू के खिलाफ फतवा जारी कर कहा था कि जो व्यक्ति सोनू निगम का सिर मूंड देगा वह उसे दस लाख रुपये देंगे।
दिल्ली नगर निगम में पहली बार दांव आजमा रही आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आने पर सभी घरों का हाउस टैक्स माफ करने व भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली देने का वादा किया है। हालांकि हाउस टैक्स माफ करने को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल भी खड़े किए हैं लेकिन आप का यह अहम दांव माना जा रहा है। इसके अलावा आप ने अनिधकृत कालोनियों को नियमित करने, पार्किंग समस्या से निजात व फैक्ट्री लाइसेंस खत्म करने जैसे तमाम दांवों का पुलिंदा भी जारी किया है।
कांग्रेस निगम की सत्ता में आई तो पांच लाख रेहड़ी पटरी वालों को लाइसेंस देगी। इसके अलावा मजदूरों के स्वास्थ्य बीमा तथा गरीबी उन्मूलन जैसे मुद्दों पर काम करेगी। झुग्गी झोपड़ी वालों को उनके स्थान पर ही मकान बनाकर दिए जाएंगे।
स्वराज इंडिया ऐसी पहली पार्टी है जिसने पर्यावरण के मुद्दे को केंद्रीय मुद्दा बनाया है। आज तक किसी पार्टी ने इसे अपने घोषणा पत्र में शामिल नहीं किया है। अब पार्टी दिल्ली के स्वास्थ्य निर्माण की दिशा में कदम उठाएगी।
पंजाब और गोवा में करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम चुनाव में अपनी प्रचार रणनीति में बदलाव किया है। पिछले दो साल से लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य आप नेताओं ने नकारात्मक प्रचार अभियान से बचने का फैसला किया है।