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Search Result : "स्मृति ईरानी"

संसदीय मामले पर मंत्रिमंडलीय समिति से स्मृति ईरानी बाहर

संसदीय मामले पर मंत्रिमंडलीय समिति से स्मृति ईरानी बाहर

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार के बाद अब संसदीय मामले की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीपीए) में अहम फेरबदल किया गया है। इस बदलाव में समिति में विशेष आमंत्रित स्मृति ईरानी को हटा दिया गया और मानव संसाधन विकास मंत्रालय में उनके उत्तराधिकारी प्रकाश जावड़ेकर को प्रोन्नत कर उनकी जगह पर समिति में लाया गया है।
स्मृति के मंत्री बनने से पहले कपड़ा मंत्रालय को मिले छह हजार करोड़

स्मृति के मंत्री बनने से पहले कपड़ा मंत्रालय को मिले छह हजार करोड़

स्मृति ईरानी को कपड़ा मंत्रालय मिलने से भले ही यह कहा जा रहा है कि उनका डिमोशन किया गया है। लेकिन जानकारों का कहना है कि हाल ही कपड़ा मंत्रालय को विशेष पैकेज के तहत छह हजार करोड़ रूपये दिया गया जो प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजना कौशल विकास को आगे ले जाने में सहायक होगी। स्‍मृति को मंत्रालय दिए जाने के पीछे कहा जा रहा है कि इसकी पृष्ठभूमि पहले से ही तैयार कर ली गई थी।
स्मृति ईरानी का मंत्रालय जब टकराया प्रधानमंत्री कार्यालय से

स्मृति ईरानी का मंत्रालय जब टकराया प्रधानमंत्री कार्यालय से

स्मृति इरानी के मंत्रालय में हुए फेरबदल के पीछे क्या एक बड़ी वजह प्रधानमंत्री कार्यालय से हुई सीधी भिंडत है या फिर कुछ और। जब से स्मृति इरानी से इस पदभार को संभाला था, लगातार वह निगेटिव वजहों से चर्चा में बनी हुई थीं। क्या उनके लिए बड़ी राजनीतिक तैयारी की जा रही है। इन तमाम कयासों के बीच, उनके बचे हुए कामों पर
मंत्रिमंडल विस्तार ही नहीं, विभाग बंटवारे में भी हावी रहा संघ

मंत्रिमंडल विस्तार ही नहीं, विभाग बंटवारे में भी हावी रहा संघ

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पहले तो केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में अपने लोगों को जगह दिलवाई और उसके बाद विभागों के बंटवारे में भी उसी की चली। जिन मंत्रियों से आरएसएस को परेशानी थी उनके विभाग बदल दिए गए हैं।
नंदी बोले, स्मृति ईरानी आज के राष्‍ट्रवाद पर टैगोर को मिली जेल को सही ठहरा देतीं

नंदी बोले, स्मृति ईरानी आज के राष्‍ट्रवाद पर टैगोर को मिली जेल को सही ठहरा देतीं

राजनीतिक मनोविज्ञानी आशीष नंदी ने कहा है अगर गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर आज के भारत में राष्ट्रवाद पर अपने विचार लिखतेे तो शायद उन्‍हें जेल भेज दिया जाता। और इसे मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी सही भी ठहरा देतींं। नंदी के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के पास योग्य लोगों की बेहद कमी है। वह संस्थानिक पदों पर पार्टी के बाहर के व्यक्ति की नियुक्ति कर कतई भी जोखिम नहीं लेना चाहती। मीडिया को दिए गए साक्षात्कार में नंदी ने कहा कि आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन के दूसरे कार्यकाल पर अनिच्छा जाहिर करना भाजपा सरकार में भरोसे की कमी को दिखाता है।
भोपाल में स्मृति ईरानी ताड़ासन में लड़खड़ाईं, टूटे पैर के साथ गौर ने भी दिया साथ

भोपाल में स्मृति ईरानी ताड़ासन में लड़खड़ाईं, टूटे पैर के साथ गौर ने भी दिया साथ

मध्‍यप्रदेश की राजधानी भोपाल में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति र्इरानी ने याेग किया। समारोह में टूटे पैर के साथ सूबे के ग्रह मंत्री बाबूलाल गौर ने भी योग प्राणायाम किया। ईरानी ताड़ासन और शशांक अाासान को करते सहज नहीं रही। बाकी सभी आसन उन्‍होंने सही ढंग से किया।
जब ‘बेटे’ ने ‘आंटी’ स्मृति को दिया करारा जवाब

जब ‘बेटे’ ने ‘आंटी’ स्मृति को दिया करारा जवाब

सोशल मीडिया में कोई भी टिप्पणी करते समय कितना सावधान रहने की जरूरत है यह केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को शायद अब समझ आ गया होगा। तीन दिन पहले अपने एक फॉलोअर को ईरानी ने एक टिप्पणी को लेकर व्याकरण का ज्ञान दिया था और दो दिन बाद उस फॉलोअर ने मंत्रीजी को स्पेलिंग का ज्ञान देकर हिसाब बराबर कर दिया।
उत्तर प्रदेश की चुनावी गाड़ी गांधी भरोसे

उत्तर प्रदेश की चुनावी गाड़ी गांधी भरोसे

उत्तार प्रदेश में चुनाव की सुगबुगाहट तो लंबे समय से है लेकिन अब उसमें तेजी दिखाई देने लगी है। उत्तवर प्रदेश के लिए मुख्यमंत्री के चेहरे का 'खोजी अभियान जारी है। हाल ही में हुई भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में तय किया गया है कि अक्टूबर-नवंबर के महीने तक एक नाम 'खोज लिया जाएगा। इन सबके बीच भारी-भरकम उपनाम 'गांधी वाला एक युवा नेता भी मैदान में है। फिरोज वरुण गांधी महासचिव रह चुके हैं और उत्तगर प्रदेश मेंउनके पास अपनी मजबूत टीम और जनसमर्थन भी है। राजनीति में यदि अटकलबाजी न हो तो क्या मजा। यही वजह है खबरें आती रहती हैं कि फलां उनके पक्ष में और फलां उनके विरोध में। उनकी खूबी और ताकत का आकलन किया जा रहा है और सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंतरिक तौर पर पार्टी के सांसदों के बीच एक सर्वेक्षण कराया था जिसमें उत्तुर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें सर्वाधिक वोट मिले। यानी वह पार्टी के भीतर उत्त र प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर सबसे मुफीद समझे जा रहे हैं। ऐसा ही सर्वेक्षण एक अखबार ने कराया और आश्चर्यजनक रूप से उसमें भी फिरोज वरुण गांधी को सबसे ज्यादा वोट मिले थे।
ट्विटर पर बिहार के मंत्री के ‘डियर’ कहने पर भड़कीं स्मृति ईरानी

ट्विटर पर बिहार के मंत्री के ‘डियर’ कहने पर भड़कीं स्मृति ईरानी

बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी द्वारा मंगलवार को ट्विटर पर डियर कहकर संबोधित किए जाने से केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी भड़क गईं। इस मामले पर दोनों मंत्रियों के बीच ट्विटर के जरिये ही जमकर शब्दबाण चले।
सर्वेक्षण तो बना रहा वरुण को उ. प्र. का मुख्यमंत्री

सर्वेक्षण तो बना रहा वरुण को उ. प्र. का मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश के चुनाव की सुगबुगाहट तो बहुत दिनों से दिखने लगी थी, लेकिन अब इसमें तेजी आ गई है। एक अखबार का सर्वे दावा कर रहा है कि लोगों की पसंद में सबसे ऊपर वरुण गांधी हैं। अखबार ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, सांसद योगी आदित्यनाथ और युवा सांसद वरुण गांधी के बीच ऑनलाइन सर्वेक्षण कराया था। वरुण को सबसे ज्यादा 3,204 मत मिले हैं।
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